डीएनए हिंदी: जनवरी माह का दूसरा प्रदोष व्रत इस बार 23 जनवरी को होगा. पंचांग के अनुसार यह व्रत हर माह की शुक्ल पक्ष और कृष्ण पक्ष की त्रयोदशी तिथि को रखा जाता है. साल में कुल 24 प्रदोष व्रत होते हैं. इनमें 23 जनवरी को भौम प्रदोष व्रत रखा जाएगा. इस व्रत में भगवान शिव की पूजा अर्चना से लेकर आराधना करने से शुभ फल प्राप्त होते हैं. धार्मिक मान्यता है कि प्रदोष व्रत रखने से अखंड और सौभाग्य की प्राप्ति होती है. व्यक्ति के जीवन में सुख और समृद्धि की प्राप्ति होती है. भगवान शिव सभी की मनोकामनाओं को पूर्ण करते हैं. इस दिन भगवान शिव की पूजा अर्चना करने से पाप दोष नष्ट होते हैं. इस दिन कुछ उपाय करने मात्र से ही जीवन में आ रही बाधाएं दूर हो जाती है. आइए जानते हैं इन उपायों को करने सही तरीका और फायदे...
इस माह का दूसरा प्रदोष व्रत पौश माह की शुक्ल की पक्ष की त्रयोदशी तिथि 23 जनवरी को है. यह व्रत मंगलवार को पड़ने की वजह से भौम प्रदोष व्रत कहलाता है. इस दिन महादेव के साथ ही हनुमान जी की पूजा करने से सीाी मनोकामना पूर्ण होती है. भगवान संकटों को दूर कर जीवन में तरक्की और सफलता के रास्ते खोलते हैं. इस व्रत को रखने मात्र से व्यक्ति की जीवन में आ रही बाधाएं दूर हो जाती है.
यह है प्रदोष व्रत का शुभ मुहूर्त
पंचांग के अनुसार, प्रदोष व्रत की शुरुआत 22 जनवरी को रात 7 बजकर 51 मिनट से शुरू होगी. यह अगले दिन यानी 23 जनवरी को रात 8 बजकर 39 मिनट तक रहेगी. उदयातिथि के चलते प्रदोष व्रत 23 जनवरी को रखा जाएगा. इसमें शुभ समय शाम 5 बजकर 42 मिनट से लेकर 8 बजकर 33 मिनट तक रहेगा. इस समय में पूजा अर्चना करना बेहद शुभ रहेंगे.
जानें प्रदोष व्रत की पूजाविधि
प्रदोश व्रत के लिए सुबह जल्दी उठकर स्नानादि करें. इसके बाद साफ सुथरे कपड़े पहनकर भगवान शिव का स्मरण करें. शिवजी की प्रतिमा के सामने दीपक जलाएं. भोलेनाथ को धूप दीप और फूल अर्पित करें. भगवान शिव की चालीसा या फिर मंत्रों का जाप करें. शाम के समय भगवान को जलाभिषेक करें. उन्हें बेलपत्र से लेकर भांग और पत्ते अर्पित करें. भगवान की पूजा करने के बाद प्रसाद बांटे. भगवान के सामने अपनी मनोकामना रखें, जो जल्द से जल्द पूर्ण हो जाएगी.
भौम प्रदोष व्रत के उपाय
-भौम प्रदोष व्रत के दिन शिवजी को बेलपत्र, भांग और आक के फूल अर्पित कर दें. इससे घर में सुख समृद्धि और खुशहाली आएगी.
-अगर आप आर्थिक तंगी या कर्ज से परेशान हैं तो प्रदोष व्रत के दिन भगवान हनुमान जी की भी करें. इस दिन हनुमान चालीसा के साथ ही ऋणमोचक मंगल स्तोत्र का पाठ करें. इससे कर्ज और आर्थिक तंगी खत्म हो जाती है.
(Disclaimer: यहां दी गई जानकारी सामान्य मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है. डीएनए हिंदी इसकी पुष्टि नहीं करता है.)
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