पहला ‘Millennial Saint’ बनेगा ये कंप्यूटर एक्सपर्ट, 15 साल की उम्र में इस बीमारी से हुई थी मौत

Written By Aman Maheshwari | Updated: May 24, 2024, 02:04 PM IST

First Millennial Saint

First Millennial Saint: 1991 में जन्मे कंप्यूटर एक्सपर्ट कार्लो एक्यूटिस के दूसरे चमत्कार को मान्यता दी गई है. अब वह पहला मिलेनियल संत बनेगा.

Carlo Acutis: कार्लो एक्यूटिस का जन्म लंदन में हुआ था. वह एक कंप्यूटर एक्सपर्ट था जिसने चर्च की शिक्षाओं को ऑनलाइन फैलाने के लिए कई वेबसाइट्स डेवलप की थी. साल 2006 में कार्लो एक्यूटिस की मौत 15 साल की उम्र में ल्यूकेमिया के कारण हो गई थी. अब वह कैथोलिक चर्च (Catholic Church) का पहला मिलेनियल संत (Millennial Saint) बनने जा रहा है. मिलेनियल का अर्थ है कि जो 1980 के दशक से लेकर 1990 के बीच पैदा हुआ हो. कैथोलिक चर्च के पोप फ्रांसिस ने उसे संत घोषित करने के योग्य बता दिया है.

कार्लो एक्यूटिस बनेंगे मिलेनियल संत
कार्लो एक्यूटिस का जन्म लंदन में साल 1991 में हुआ था. वह कंप्यूटर एक्सपर्ट थे. बता दें कि, उन्होंने मृत्यु से पहले ऑनलाइन चर्च की शिक्षाओं को फैलाने का काम किया था. इसके बाद कार्लो एक्यूटिस को ‘God's influencer’ के नाम से भी जाना जाने लगा था. उनकी मृत्यु इटली के मोन्जा में हुई थी. अब वह मिलेनियल संत बनने की राह पर है.


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संत बनने के लिए दो चमत्कार हैं जरूरी
कैथोलिक धर्म के अनुसार, व्यक्ति के संत बनने के लिए उसके दो चमत्कार साबित होने चाहिए. पोप फ्रांसिस ने कार्लो एक्यूटिस के दूसरे चमत्कार मंजूरी दे दी है. अब वह संत बनने के योग्य है. इससे पहले पोप फ्रांसिस द्वारा संत घोषित किए व्यक्ति का जन्म 1926 में हुआ था.

ऐसे मिली कार्लो एक्यूटिस को संत बनने की मंजूरी
संत बनने के लिए दो चमत्कार साबित होने जरूरी हैं. मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, सात साल के एक ब्राजीलियाई बच्चा जो अग्न्याशय की बीमारी से बाहर आया उसने एक्यूटिस की टी-शर्ट को छिपा रखा था. एक पुजारी ने उस बच्चे की ओर से प्रार्थना करने के लिए कहा था. पोप फ्रांसिस ने इस चमत्कार को माना है.

कार्लो एक्यूटिस का पहला चमत्कार
एक बार फ्लोरेंस में यूनिवर्सिटी की एक छात्रा के साइकिल से गिरने पर उसके मस्तिष्क में चोट लग गई थी. जिसके बाद खून बह रहा था. इस दुर्घटना के बाद लड़की की हालत गंभीर थी. इसके बाद लड़की की मां उसे एक्यूटिस की कब्र पर लेकर गई और ठीक होने की प्रार्थना की. कुछ दिनों बाद वह सही हो गई और उसे वेंटिलेटर से हटा दिया गया. बाद में स्कैन करने पर उसके मस्तिष्क की चोट सही हो गई थी.

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