Chaiti Chhath: आज से शुरू हो गया चैती छठ का व्रत, 4 दिनों के पर्व के इन चार मुख्य रस्म और नियम को जान लें

डीएनए हिंदी वेब डेस्क | Updated:Mar 25, 2023, 11:23 AM IST

चैती छठ पूजा 2023

Chhath Puja 2023: 4 दिनों का यह विशेष पर्व चैती छठ 25 मार्च से नहाय खाय के साथ शुरू होगा और 28 को उषा अर्घ्य के साथ समाप्त हो जाएगा.

डीएनए हिंदी: उत्तर भारत में विशेषकर बिहार में छठ पूजा (Chhath Puja) का त्योहार बड़ी ही धूमधाम से मनाया जाता है. हिंदू पंचांग के अनुसार छठ का पर्व (Chhath Puja 2023) साल में दो बार चैत्र और कार्तिक माह में मनाया जाता है. चैत्र माह चल रहा है ऐसे में चैती छठ पूजा (Chaiti Chhath Puja) का पर्व आने ही वाला है. 4 दिनों का यह विशेष पर्व चैती छठ (Chaiti Chhath Puja) 25 मार्च से नहाय खाय के साथ शुरू होगा और 28 को समाप्त हो जाएगा. 4 दिनों के इस छठ पूजा पर्व (Chhath Puja) पर 4 ऐसे कार्य होते हैं जिन्हें करने का विशेष महत्व होता है. ऐसा करने से संतान, सुख-समृद्धि और अच्छा स्वास्थ्य प्राप्त होता है. चलिए आपको छठ (Chhath Puja 2023) पर करने वाले इन विशेष कार्यों के बारे में बताते हैं.

छठ पूजा पर विशेष होते हैं ये 4 कार्य (These Four Work Done During Chhath Puja)
नहाय खाय (Chhath Puja Nahay Khay)

छठ पूजा के पहले दिन नहाय-खाय का दिन होता है. इस दिन घर की साफ-सफाई की जाती है और शुद्ध शाकाहारी भोजन का सेवन किया जाता है. मार्च महीने में चैती छठ का नहाय खाय 25 मार्च को पड़ रहा है. नहाय खाय के दिन किसी भी प्रकार के तामसिक भोजन को नहीं खाना चाहिए.

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खरना (Chhath Puja Kharna)
छठ पूजा के दूसरे दिन खरना यानी उपवास किया जाता है. खरना के दिन उपवास में जल तक नहीं पी सकते हैं. ऐसा माना जाता है कि इस दिन शाम को खीर का प्रसाद बनाकर बांटा जाता है. चैती छठ पर खरना 26 मार्च को पड़ रहा है.

संध्या अर्घ्य (Chhath Puja Sandhya Arghya)
संध्या अर्घ्य पर शाम के समय सूर्य देव को अर्घ्य दिया जाता है. सूर्य को अर्घ्य देकर विधिवत पूजा की जाती है. सूर्य अर्घ्य के लिए बांस की टोकरी में ठेकुआ, चावल के लड्डू और फलों को रखा जाता है. सूर्य पूजा के लिए सूप को भी सजाया जाता है. सूर्य देव को दूध और जल का अर्घ्य देकर छठी मैया को प्रसाद चढ़ाया जाता है. 27 मार्च को चैती छठ के संध्या अर्घ्य का दिन है.

उषा अर्घ्य (Chhath Puja Usha Arghya)
छठ पूजा के समापन के दिन उषा अर्घ्य दिया जाता है. इसमें छठ पूजा के चौथे दिन सुबह उगते हुए सूर्य को अर्घ्य दिया जाता है. चैती छठी का उषा अर्घ्य 28 मार्च को है. इस दिन कच्चा दूध और शरबत पीकर व्रती लोग अपना व्रत पूरा करते हैं.

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(Disclaimer: यहां दी गई जानकारी सामान्य मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है. डीएनए हिंदी इसकी पुष्टि नहीं करता है.) 

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