डीएनए हिंदी: चैत्र माह (Chaitra Month 2023) का धार्मिक दृष्टि से बहुत ही अधिक शुभ होता है. हिंदू धर्म के नववर्ष (Hindu Nav Varsh 2023) की शुरूआत चैत्र माह (Chaitra Month 2023) की शुक्ल पक्ष प्रतिपदा के दिन ही होती है. नवरात्रि, गुड़ी पड़वा, रामनवमी साथ ही और भी कई त्योहार की वजह से चैत्र माह (Chaitra Month 2023) बहुत ही विशेष होता है. यह महीना मौसम की दृष्टि से भी स्वास्थ्य पर प्रभाव डालता है. चैत्र माह (Chaitra Month 2023) में सर्दियों की समाप्ति और गर्मियों के मौसम की शुरूआत होती है. ऐसे में मौसम बदलने से लोगों को कई तरह की बीमारियां हो जाती हैं. आज हम आपको चैत्र माह (Chaitra Month 2023) में धार्मिक महत्व के उपाय और स्वास्थ्य के लिए बरतने वाली सावधानी के बारे में बताने वाले हैं.
चैत्र माह में सेहत और समृद्धि के लिए करें ये उपाय (Chaitra Month 2023 Upay For Health And Prosperity)
चैत्र माह में बंद कर दें दूध का सेवन
चैत्र माह में आपको दूध का सेवन कम कर देना चाहिए. आप इसकी जगह दही का सेवन कर सकते हैं. ऐसा करने से कुंडली में चंद्रमा की स्थिति मजबूत होती है. मिश्री के साथ दही खाने से पेट को भी ठंडक मिलती है.
नीम के पत्तों का ऐसे करें इस्तेमाल
नीम के पत्तों से संक्रमण से बचाव होता है ऐसे में नीम के पत्ते चबाने से सेहत को कई लाभ होते हैं. चैत्र माह में आप रोजाना सुबह नीम के पत्ते चबाते हैं तो आप इस मौसम में संक्रमण रोगोंं से बच सकते हैं. नीम के पत्ते बहुत ही कड़वे होते हैं ऐसे में आप इन्हें गुड़ और मिश्री के साथ भी चबा सकते हैं.
यह भी पढ़ें - Chaitra Navratri 2023: पंचक लगने के साथ ही शुरू होगी चैत्र नवरात्रि, जानें ऐसी शुरूआत से कैसा मिलेगा फल
तले भुने खाने से बचें
मौसम में बदलाव के कारण लोगों का पांचन तंत्र कमजोर हो जाता है ऐसे में जरूरी है कि अधिक तली भुनी चीजों के सेवन से बचे रहें. ज्यादा मसालेदार खाना भी स्वास्थ्य के लिए अच्छा नहीं होता है. चैत्र माह में आपको हल्का भोजन करना चाहिए.
नमक से भी बना लें दूरी
चैत्र माह में नमक खाना भी छोड़ देना चाहिए. आपको करीब 15 दिनों तक नमक का सेवन बंद कर देना चाहिए. चैत्र माह में नवरात्रि के दौरान लोग नमक छोड़कर सेंधा नमक का सेवन करते हैं यह धार्मिक दृष्टि से महत्वपूर्ण होता है. हालांकि नमक छोड़ने से हाई-बीपी की समस्या भी दूर हो जाती है.
वातावरण शुद्ध करने के लिए करें ये उपाय
वातावरण में उदासी का माहौल होने पर आपको सकारात्मक ऊर्जा के लिए धूमन और कपूर जलाना चाहिए. ऐसा करने से आस-पास का वातावरण शुद्ध रहता है. नीम के सूखे पत्ते भी जला सकते हैं ऐसा करने से सकारात्मक ऊर्जा का संचार होता है जिससे अशुभ प्रभाव भी दूर होते हैं.
यह भी पढ़ें - Ram Navami 2023 date: कब मनेगी रामनवमी, शुभ संयोग में पूजा से मिलेगा लाभ, जान लें पूजा की सही विधि और मुहूर्त
(Disclaimer: यहां दी गई जानकारी सामान्य मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है. डीएनए हिंदी इसकी पुष्टि नहीं करता है.)
देश-दुनिया की ताज़ा खबरों Latest News पर अलग नज़रिया, अब हिंदी में Hindi News पढ़ने के लिए फ़ॉलो करें डीएनए हिंदी को गूगल, फ़ेसबुक, ट्विटर और इंस्टाग्राम पर.