Chandra Grahan 2024: सितंबर माह में इस दिन लगेगा साल का दूसरा चंद्र ग्रहण, जानें इसका समय से लेकर भारत में प्रभाव

Written By नितिन शर्मा | Updated: Sep 04, 2024, 08:38 AM IST

Lunar Eclipse 2024: इस साल का आखिरी चंद्र ग्रहण सितंबर माह में लगेगा. इसका प्रभाव सभी ग्रहों से लेकर नक्षत्रों पर पड़ेगा. हालांकि वैज्ञानिक रूप से देखें तो ग्रहण एक खगोलीय घटना है. 

इस साल का दूसरा और आखिरी चंद्र ग्रहण (Lunar Eclipse 2024) सितंबर माह में लगने जा रहा है. यह एक खगो​लीय घटना है. इस बार आंशिक चंद्र ग्रहण (Partial Lunar Eclipse) लगेगा. इसका प्रभाव भारत समेत दुनियाभर में रहेगा. ज्यादातर लोग इस चंद्र ग्रहण के बारे में जानना चाहते हैं. ये ग्रहण कब होगा, इसका समय क्या होगा. यह कहां कहां दिखाई देगा और इसका समय क्या प्रभाव होगा. चंद्र ग्रहण से जुड़ी इन सभी चीजों को विस्तार से जानेंगे. 

धार्मिक मान्यताओं की मानें तो जब राहु चंद्रमा को ग्रसता है, तब ग्रहण लगता है. इसे एक अशुभ घटना माना जाता है. इसे गर्भवती महिलाओं के गर्भ में पल रहे बच्चे के लिए काफी खतरनाक माना जाता है. इसकी वजह ग्रहण के दौरान गर्भवती महिला के कुछ भी काटने से लेकर काम करने का सीधा असर बच्चे पर पड़ता है. यही वजह है कि सूतक लगते ही गर्भवती महिलाओं को सोने से लेकर खानपान पर रोक लगा दी जाती है. आइए जानते हैं किस समय लगेगा चंद्र ग्रहण...

इस दिन लगेगा साल का अंतिम चंद्रगहण

ज्योतिषाचार्य प्रीतिका मोजुमदार के अनुसार, इस बार साल का दूसरा और अंतिम चंद्र ग्रहण 18 सितंबर दिन बुधवारी को लगेगा. यह एक उपच्छाया ग्रहण है, जो भाद्रपद मास की पूर्णिमा तिथि पर रहेगा. वहीं इसके अगले ही दिन श्राद्ध पक्ष की शुरुआत हो जाएगी. चंद्र ग्रहण की शुरुआत 18 सितंबर की सुबह 6 बजकर 11 मिनट से शुरू होगी. यह 10 बजकर 17 मिनट यानी करीब 4 घंटे तक रहेगा. हालांकि सभी अलग-अलग देशों में इसके समय में अंतर रहेगा. 

भारत में दिखाई देगा चंद्रग्रण

चंद्र ग्रहण की शुरुआत सुबह 6 बजे से लेकर 10 बजे तक रहेगी. यह उपच्छाया चंद्र ग्रहण होगा, जो भारत में दिखाई नहीं देगा. हालांकि इसे आर्कटिक यूरोप, उत्तरी-दक्षिणी अमेरिका, अफ्रीका, अटलांटिक महासागर, अंटार्कटिका और हिंद महासागर कमें देखा जा सकता है. धार्मिंक और ग्रहों की दृष्टी से देखें तो इसका प्रभाव सभी राशि और नक्षत्रों पर पड़ेगा.  

यह है सूतक का समय

चंद्र ग्रहण के समय शुरू होने से करीब 9 घंटे पूर्व सूतक लग जाते हैं. ठीक इसी तरह सूतक 17 सितंबर की रात में लग जाएंगे. इस दौरान मंदिर के कपाट बंद कर दिये जाते हैं. धार्मिंक मान्याताओं के अनुसार, सूतककाल में कोई भी शुभ कार्य नहीं करना चाहिए. साथ ही गर्भवती महिलाओं को खानपान से लेकर सब्जी काटने से लेकर खाना बनाने तक जैसे काम को करने से बचना चाहिए. हालांकि जिस जगह पर चंद्र ग्रहण दिखाई देगा. वहीं पर सूतक काल का प्रभाव पड़ेगा. भारत में चंद्र ग्रहण नहीं दिखेगा. ऐसे में इसका कोई प्रभाव नहीं पड़ेगा.

(Disclaimer: यहां दी गई जानकारी सामान्य मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है. डीएनए हिंदी इसकी पुष्टि नहीं करता है.)

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