डीएनए हिंदीः साल 2023 में चारधाम यात्रा (Char Dham Yatra 2023) की शुरुआत हो चुकी है. चारों धाम के कपाट खुलने के बाद श्रद्धालु भारी संख्या में दर्शन के लिए पहुंच रहे हैं. चार धाम यात्रा (Char Dham Yatra 2023) शुरू होने के बाद से ही केदारनाथ (Kedarnath) और बद्रीनाथ (Badrinath) धाम चर्चा में है. अब केदारनाथ धाम में पेटीएम क्यूआर कोड से डिजिटल दान (Kedarnath Badrinath Paytm QR Code) को लेकर बड़ा मामला सामने आया है. दरअसल, केदारनाथ और बद्रीनाथ धाम में मंदिर के बाहर डिजिटल दान के लिए पेटीएम क्यूआर कोड (Kedarnath Badrinath Paytm QR Code) लगाएं गए हैं. जिसकों लेकर काफी हंगामा हो रहा है. हालांकि अब श्री बद्रीनाथ केदारनाथ मंदिर समिति (बीकेटीसी) की ओर से इस मामले में सफाई दी गई है.
मंदिर समिती की तरफ से मामले में दी गई सफाई
श्री बद्रीनाथ केदारनाथ मंदिर समिति (बीकेटीसी) के मीडिया प्रभारी डॉक्टर हरीश गौड़ ने बताया कि, साल 2018 में मंदिर में दान के लिए पेटीएम क्यूआर कोड लगाने को लेकर अनुबंध किया गया था. उस साल से पेटीएम दान के लिए छोटे क्यूआर कोड लगाता है. हालांकि इस बार पेटीएम की ओर से क्यूआर कोड लगाने की कोई भी जानकारी नहीं दी गई थी. बता दें कि, मंदिर प्रशासन को पेटीएम से इस अनुबंध के बाद से मंदिर प्रशासन को करीब 67 लाख का डिजिटल दान मिला है.
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बद्रीनाथ केदारनाथ मंदिर समिति ने जताई नाराजगी
मंदिर में पहले पेटीएम की ओर से छोटे क्यूआर कोड लगाए जाते थे. हालांकि इस बार क्यूआर कोड के साइन बड़े लगाए गए थे. मंदिर प्रशासन नें इनके बारे में जानकारी मिलते ही हटा दिया है. पेटीएम की ओर से क्यूआर कोड के साइन बोर्ड लगाने को लेकर कोई लिखित या मौखिक जानकारी भी नहीं दी गई थी. ऐसे में मंदिर समिती ने मामले में नाराजगी जताई है. हालांकि पेटीएम अधिकारियों ने अपनी गलती स्वीकार करने के बाद मामले में बद्रीनाथ केदारनाथ मंदिर समिति से मौखिक रूप से माफी मांगी है.
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