Chhath Puja 2024 Arghya: छठ महापर्व को बड़े ही धूमधाम से मनाया जाता है. इस बार छठ की शुरुआत 5 नवंबर से हो गई है. नहाय खहाय के बाद खरना और आज छठ का तीसरा दिन है. आज छठ पर डूबते हुए सूर्य की पूजा अर्चना कर व्रती महिलाएं अर्घ्य देंगी. छठी मैया की पूजा अर्चना करने के साथ ही सूर्यदेव से अपनी मनोकामना पूर्ति की कामना करेंगी. सूर्यदेव की पूजा से व्यक्ति के सभी दोष मिट जाते हैं. बिना संध्या अर्घ्य छठ का व्रत अपूर्ण माना जाता है. आइए जानते हैं छठ पूजा की संध्या पर अर्घ्य देने का शुभ समय, इसका महत्व और लाभ...
छठ पूजा पर इसलिए दिया जाता है सूर्य देव को अर्घ्य
सूर्यदेव ग्रहों के साथ ही भगवान स्वरूप एक देव हैं. इन्हें ग्रहों का राजा माना जाता है. सूर्य देव की पूजा करने से व्यक्ति निरोगी रहता है, उसे जीवन में सुख संपत्ति और सम्मान की प्राप्ति होती है. व्यक्ति का भाग्य चमकता रहता है. सूर्य देव की पूजा करने और अर्घ्य देने से व्यक्ति के सभी संकट दूर हो जाते हैं. मनोकामना की पूर्ति होती है. वहीं ज्योतिषाचार्य की मानें तो जिस भी व्यक्ति की कुंडली में सूर्य मजबूत होता है. उसे उच्चा पद, यश, कीर्ति की प्राप्ति होती है. पिता के साथ अच्छे संंबंध रहते हैं.
आज इस समय दें संध्याकाल अर्घ्य
आज छठ पूजा का तीसरा दिन है. इस दिन संध्याकाल में डूबते हुए सूर्य को अर्घ्य दिया जाता है. इसमें सूर्यदेव को प्रकाश देने के लिए धन्यवाद स्वरूप माना जाता है. आज संध्याकाल डूबते सूर्य को अर्घ्य 5 बजकर 32 मिनट पर देना शुभ रहेगा.
भगवान सूर्य को अर्घ्य देने के जपे ये मंत्र
छठ पूजा में व्रती सूर्य देव को अर्घ्य देने के साथ ही इस मंत्र का जप कर सकते हैं. इससे सूर्यदेव प्रसन्न होंगे. आपकी मनोकामनाओं को जल्द पूर्ण करेंगे. ओम ऐही सूर्यदेव सहस्त्रांशो तेजो राशि जगत्पते। अनुकम्पय मां भक्त्या गृहणार्ध्य दिवाकर:..
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