डीएनए हिंदी: सनातन धर्म में देवी-देवताओं की पूजा-पाठ में तिलक (Tilak) का खास महत्व है. धार्मिक मान्यताओं के अनुसार बिना तिलक के कोई भी पूजा या अनुष्ठान अधूरा माना जाता है. यही कारण है कि पूजा के दौरान माथे पर तिलक जरूर लगाया जाता है. इससे ईश्वर की कृपा हम पर बनी रहती है. इसके अलावा मान्यता है कि माथे पर अलग-अलग उंगलियों से तिलक लगाने का असर भी अलग अलग होता है. ऐसे में आज हम आपको अपने इस लेख के माध्यम से बताने वाले हैं कि अलग-अलग उंगली से माथे पर तिलक लगाने से उसका कैसा प्रभाव पड़ता है या कौन सी उंगली से तिलक लगाने पर क्या होता है फायदा और तिलक से जुड़े कुछ नियम के बारे में.
तिलक से जुड़े कुछ नियम व खास बातें (Rules For Tilak)
-शास्त्रों के अनुसार तिलक हमेशा उत्तर दिशा की ओर मुख करके ही लगाना चाहिए.
-साथ ही तिलक हमेशा ललाट बिंदु यानि बिल्कुल भौहों के मध्य भाग में ही लगाना चाहिए.
-इसके अलावा कनिष्ठा यानी सबसे छोटी उंगली का प्रयोग तिलक लगाने में नहीं करना चाहिए.
यह भी पढ़ें - First Bride on Earth: पृथ्वी की पहली दुल्हन कौन थी जिसने शुरू की शादी की परंपरा, इस ऋषि ने बनाए थे विवाह के नियम
-शास्त्रों के अनुसार हमेशा अनामिका उंगली से ही तिलक लगाना चाहिए. क्योंकि इससे मानसिक शक्ति प्रबल बनती है.
-इसके अलावा बीच वाली उंगली में शनि ग्रह होता है और शनि ग्रह सफलता का प्रतीक माना जाता है इसलिए इस उंगली से तिलक करने पर व्यक्ति को कार्य में सफलता मिलती है.
-वहीं अंगूठे से तिलक लगाने से धन-संपत्ति में बढ़ोत्तरी होती है और स्वास्थ्य भी अच्छा रहता है क्योंकि अंगूठे में शुक्र ग्रह होता है, जो अच्छी सेहत और धन के प्रतीक माने जाते हैं.
यह भी पढ़ें - रुपये-पैसे को चुंबक की तरह खींच लेगा रुद्राक्ष, जान लें कितने मुखी का पहनना चाहिए ये दाना
-अगर घर पर कोई बीमार है और उसे चंदन का टीक अंगूठे से माथे पर लगाया जाए तो वह जल्द ही ठीक हो जाता है.
-मृत्यु के बाद अगर किसी व्यक्ति की माथे पर हाथ की सबसे छोटी उंगली से तिलक लगाया जाता है तो उसे मोक्ष की प्राप्ति होती है.
(Disclaimer: यहां दी गई जानकारी सामान्य मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है. डीएनए हिंदी इसकी पुष्टि नहीं करता है.)
देश-दुनिया की ताज़ा खबरों Latest News पर अलग नज़रिया, अब हिंदी में Hindi News पढ़ने के लिए फ़ॉलो करें डीएनए हिंदी को गूगल, फ़ेसबुक, ट्विटर और इंस्टाग्राम पर