डीएनए हिंदीः दिल्ली में वैसे तो कई मंदिर हैं, जो काफी (Delhi Famous Mandir) फेमस हैं. इन्हीं में से एक लोकप्रिय मंदिर झंडेवाला और करोल बाग के बीच में स्थित है. इस मंदिर की सबसे बड़ी खासियत है हनुमान जी की 108 फीट ऊंची विशाल प्रतिमा, जो यहां का मुख्य आकर्षण का केंद्र है. आपने हनुमान जी की इस विशाल प्रतिमा को मूवी या सीरियल में भी देखा ही होगा. बता दें कि इस मंदिर को संकट मोचन धाम के नाम से भी जाना जाता है और इसका निर्माण ब्रह्मलीन नागाबाबा श्री सेवागिरी (Karol Bagh Hanuman Mandir Jyot) जी महाराज ने कराया था. यहां मंगलवार और शनिवार के दिन शाम के समय आरती में श्रद्धालुओं की काफी भीड़ इकट्ठा होती है. इस मंदिर से जुड़ी एक और खास बात है, जिसके बारे में बहुत ही कम लोग जानते हैं. आइए जानते हैं इसके (Jwala Ji Temple of Kangra) बारे में...
ज्वाला जी मंदिर से लाई गई अखण्ड ज्योति
इस मंदिर में जल रही अखण्ड ज्योति के बारे में कहा जाता है कि 30 सितंबर 2006 को ब्रह्मलीन नागाबाबा हिमाचल प्रदेश के कांगड़ा के ज्वाला जी मंदिर से पवित्र अखण्ड ज्योति को हनुमान मंदिर लेकर आए थे. इसके बाद से अभी तक ये ज्योति लगातार मंदिर को प्रकाशित कर रही है. यहां हर साल 25 जनवरी को झंडेवालान मंदिर में भंडारा होता है. यहां दर्शन करने से पवनपुत्र हनुमान जी सभी संकट को हर लेते है. इसलिए राम भक्त हनुमान के भक्त उनके चरणों में शीष झुकाते हैं.
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सुरसा की जीभ से मंदिर में श्रद्धालु करते हैं प्रवेश
हनुमान जी की 108 फीट ऊंची विशाल प्रतिमा के चरणों में मंदिर का प्रवेश द्वार बना है, यहां सुरसा का राक्षसी का मुंह है और यही मंदिर में प्रवेश का रास्ता है. मान्यता है कि हनुमान जी ने राक्षसी सुरसा को अपना विराट रूप दिखाया था और विराट दर्शन के बाद भगवान राक्षसी के मुख में छोटा सा रूप धारण कर प्रवेश कर गए थे. वैसे ही भक्तगण मंदिर में सुरसा की जीभ से होते हुए प्रवेश करते हैं. इसके अलावा ये भी कहा जाता है कि मंदिर का प्रवेश द्वार राक्षस का खुला हुआ मुंह है जो कि मरते हुए राक्षस को दर्शता है.
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हनुमान मंदिर कैसे पहुंचे
बता दें कि हनुमान मंदिर करोल बाग़ मेट्रो स्टेशन और झंडेवाला मेट्रो स्टेशन के बीच में पड़ता है, ऐसे में आप मंदिर तक जाने के लिए दोनों मेट्रो स्टेशन में से किसी एक पर उतर सकते है. सबसे नजदीक मेट्रो स्टेशन वैसे तो झंडेवालान का है. इस रूट के लिए आपको ब्लू लाइन मेट्रो लेनी होगी. इसके अलावा अगर आप बस से सफर कर रहे हैं तो झंडेवालान बस स्टॉप उतरना होगा, यहां से आप ऑटो लेकर मंदिर तक पहुंच सकते है. ध्यान रहे कि यह मंदिर सड़क के किनारे बना हुआ है और यहां पार्किंग की सुविधा नहीं है.
(Disclaimer: यहां दी गई जानकारी सामान्य मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है. डीएनए हिंदी इसकी पुष्टि नहीं करता है.)
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