Dhirendra Krishna Shastri बोले 'मेरे पीछे लगे हैं विरोधी, बोल्ड आउट होने से पहले घर-घर तक प्रारंभ कर देंगे हिंदुत्व की यात्रा'

Written By Aman Maheshwari | Updated: Jun 29, 2023, 09:57 AM IST

Dhirendra Krishna Shastri

Dhirendra Krishna Shastri: धीरेंद्र शास्त्री ने कहा की भारत में फूट डालो और राज करो की नीति के साथ राजनीति कर रही है. अंग्रेज चले गए लेकिन उनकी नीति का यह बीज बचा हुआ है.

डीएनए हिंदीः बागेश्वर धाम के बाबा धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री (Dhirendra Krishna Shastri) पिछले दिनों से मध्य प्रदेश के राजगढ़ जिले के खिलचीपुर में हनुमंत कथा कर रहे हैं. कल बुधवार को कथा के समापन पर धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री (Dhirendra Krishna Shastri) ने खिलचीपुर के उदय पैलेस में 72 समाज के अध्यक्षों के साथ बैठक की. धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री (Dhirendra Krishna Shastri) ने कहा कि इतिहास में पहली बार हिंदू धर्म की एकता के लिए इतने समाजों के लोग एक साथ एकत्रित हो रहे हैं.

ऐसा पहली बार राजगढ़ में हो रहा है. पंडित धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री (Dhirendra Krishna Shastri) ने यहां पर हिंदू समाज के एकजुट होने और हिंदू राष्ट्र बनाने की बात कही हैं. पंडित धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री (Dhirendra Krishna Shastri) ने नेताओं से लेकर अपने विरोधियों के बारे में भी काफी कुछ कहा है.

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"फूट डालो और राज करो" की नीति से हो रही है राजनीति
धीरेंद्र शास्त्री ने कहा की भारत में फूट डालो और राज करो की नीति के साथ राजनीति कर रही है. अंग्रेज चले गए लेकिन उनकी नीति का यह बीज बचा हुआ है. धीरेंद्र शास्त्री ने कहा कि हमें आपस में लड़ाकर दूसरे मजहब के लोग मजे लेते हैं. फूट डालो और शासन करो की नीति से लड़ाई भड़काने का काम होता है.

पीछे लगे है कई विरोधी, पता है कि हमें भी होना है बोल्ड आउट
धीरेंद्र शास्त्री ने कहा कि हमारे पीछे कई विरोधी लगे हुए हैं. हमें पता है कि एक दिन हमें भी बोल्ड आउट होना है, लेकिन तब तक मैं घर-घर में हिंदुत्व की यात्रा प्रारंभ कर दूंगा. समाज को एकजुट करके ही हिंदू राष्ट्र बनाया जा सकता है.

धीरेंद्र शास्त्री बोले हमें राजनीति में नहीं जाना
जातिवाद पर लड़ने वाले लोगों को समझाते हुए धीरेंद्र शास्त्री ने कहा कि हम जातिवाद पर भरोसा नहीं करते हैं. हम सभी को एक समान मानते हैं. उन्होंने ऐसा इसलिए कहा कि अब चुनाव आ गए हैं तो अंग्रेजों की नीति की तरह लोगों को जाति के नाम पर लड़वाया जाएगा. बता दें कि, धीरेंद्र शास्त्री ने साफ कहा है कि वह राजनीति में नहीं जाना चाहते हैं और न ही वह किसी से वोट मांग रहे हैं.

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