डीएनए हिंदी: देश भर में दिवाली का त्योहार बहुत ही धूमधाम से मनाया जाता है. इस त्योहार की तैयारी महीनों पहले शुरू हो जाती है. अब त्योहार आ चुका है. घरों में लाइट्स के साथ ही रंगोली का समय आ गया है. इस त्योहार पर साज सजा के बाद माता लक्ष्मी और गणेश जी की पूजा की जाती है. कई जगहों पर दिवाली के दिन जुआ खेलने का रिवाज है. यही वजह है कि बहुत से लोग पूरे साल जुआ नहीं खेलते, लेकिन दिवाली के दिन जुआ जरूर खेलते हैं. इसके पीछे की वजह भगवान शिव और पार्वती की कथा का होना है, इससे जोड़कर ही दिवाली के दिन जुआ खेलने की परंपरा को देखा जाता है.
हिंदू धर्म की पौराणिक कथा और मान्यताओं की मानें तो दीवाली की रात जुआ खेलने की वजह कार्तिक मास की अमावस्या की रात को भगवान शिव और माता पार्वती का चौसर खेलना था. इसी दिन दिवाली मनाई जाती है. इसी के बाद से दिवाली की रात को जुआ खेलना जाता है. इसे माता पार्वती और शिव से जोड़ा जाता है. हालांकि इसका वर्णन कहीं नहीं है, लेकिन ऐसा कथाओं में कहा जाता है.
Laxmi Pujan Diwali 2023 Muhurat Time: इस बार तीन शुभ मुहूर्त में होगी दीवाली की पूजा, जानें मां लक्ष्मी की पूजा विधि और महत्व
पैसा लगाकर जुआ होता है अशुभ
मान्यताओं की मानें तो दिवाली की रात जुआ खेलना शुभ होता है, लेकिन जुआ बिना पैसा लगाएं खेलना चाहिए. पैसा लगाकर जुआ खेलना अशुभ होता है. यह जुए का खेल नहीं, सिर्फ एक लत मानी जाती है, जिसके चलते महाभारत काल में भी पांडवों को बर्बाद होना पड़ा था. उन्होंने इसी लत में आकर अपना सबकुछ गवा दिया था. धन दौलत से लेकर पत्नी तक को हार गए थे.
दिवाली के दिन आती हैं मां लक्ष्मी
दिवाली के दिन माता लक्ष्मी की पूजा अर्चना की जाती है. दिवाली की रात को शुगन की रात भी माना जाता है. कहा जाता है कि इस दिन माता लक्ष्मी घर में प्रवेश करती हैं. उनसे जो भी कामना करते हैं. वह पूर्ण होती है. कुछ लोगों का मानन है कि दिवाली की रात जुआ खेलना साल भर फाइनेंसल संकेत है. व्यक्ति की हार जीत उसकी दशा और दिशा बता सकती है. इस रात जीतने वाले का भाग्य सालभर चमकता है. अगर आप भी यही सोचकर खेलते हैं तो आपको जुए की लत भी लग सकती है. वहीं दिवाली के दिन जुआ खेलना ठीक नहीं होता है.
Dhirendra Shastri: धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री की कथा में 10 मुस्लिमों ने अपनाया हिंदू धर्म, इसके बाद बागेश्वर सरकार ने की ये बड़ी घोषणा
मनोरंजन के लिए खेल सकते हैं
अगर आप शुभता के रूप के दिवाली या फिर किसी अन्य दिन जुआ खेलना चाहते हैं तो पैसों की जगह मनोरंजन के रूप में खेल सकते हैं. इसके परिवार के सदस्य टाइम पास करने के लिए खेल सकते हैं. यह आपसी संबंधों को मजबूत करता है, लेकिन पैसा लगाकर खेलना संबंधों को खराब करने के साथ ही दरिद्रता और लती बना सकता है.इससे मां लक्ष्मी नाराज होती हैं, जिसके चलते घर की सुख शांति चली जाती है.
Disclaimer: यहां दी गई जानकारी सामान्य मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है. डीएनए हिंदी इसकी पुष्टि नहीं करता है.)
देश-दुनिया की ताज़ा खबरों Latest News पर अलग नज़रिया, अब हिंदी में Hindi News पढ़ने के लिए फ़ॉलो करें डीएनए हिंदी को गूगल, फ़ेसबुक, ट्विटर और इंस्टाग्राम पर.