डीएनए हिंदी: भगवान राम के भाइयों के बारे में तो सभी जानते हैं- लक्ष्मण, भरत और शत्रुघ्न. क्या आपको मालूम है कि राम की एक बहन भी थी. इनका नाम था शांता. शांता इन चारों भाइयों की बड़ी बहन थी. रामायण में इनका जिक्र उस तरह नहीं हुआ, जिस तरह होना चाहिए था, इसी वजह से लोगों को इनके बारे में ज्यादा जानकारी भी नहीं है.
कौन थी शांता
शांता महाराजा दशरथ और उनकी रानी कौशल्या की बेटी थीं. वह अपने माता-पिता के साथ ज्यादा समय तक नहीं रहीं. रानी कौशल्या वर्षिणी की कोई संतान नहीं थी, इसलिए शांत को बचपन में ही वर्षिणी और उनके पति व अंग देश के राजा रोमपद ने गोद ले लिया था. बताया जाता है कि एक बार यूं ही मजाक में उन्होंने शांता को गोद लेने की इच्छा जताई थी. वर्षिणी की ये बात सुनकर राजा दशरथ ने खुद ही उन्हें अपनी बेटी गोद देने का वचन दे दिया था. इस तरह शांता अंग देश की राजकुमारी बन गईं.
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कई कथाएं हैं प्रचलित
कई जगह पर शांता के बारे में अन्य कथा भी प्रचलित है. कहा जाता है कि जब शांता पैदा हुईं तब अयोध्या में अकाल पड़ा और 12 साल तक धरती फल फूल नहीं सकी. तब राजा दशरथ को ये सलाह दी गई कि उनकी बेटी शांता ही इस अकाल का कारण है और उसे यहां से दूर करके समस्या हल हो सकती है तो उन्होंने शांता को रानी कौशल्या की बहन को दान कर दिया था. कहा जाता है कि इसके बाद शांता कभी अयोध्या नहीं आई.
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