डीएनए हिंदीः वास्तु शास्त्र (Vastu Shastra) के सभी नियमों का पालन करने से घर में सुख-शांति बनी रहती है और सकारात्मकता का माहौल रहता है. व्यक्ति को सभी छोटी से छोटी चीजों से संबंधित वास्तु के नियमों (Vastu Tips) का ध्यान रखना चाहिए. इनके जरिए ही जीवन में तरक्की और सुख-समृद्धि के रास्ते खुलते हैं. वास्तु शास्त्र (Vastu Shastra) में घर के गेट पर इस्तेमाल किए जाने वाले डोरमैट से संबंधित नियमों (Vastu Tips For Doormat) के बारे में भी बताया है. पायदान से जुड़े वास्तु नियमों (Vastu Tips For Doormat) का पालन करने से घर में सकारात्मकता बनी रहती है और सुख-समृद्धि का वास होता है. तो चलिए डोरमैट यानि पायदान से संबंधित वास्तु के नियमों (Vastu Tips For Doormat) के बारे में जानते हैं.
पायदान से जुड़े वास्तु नियम (Vastu Tips For Doormat)
- घर में दहलीज टूटी हो तो कई समस्याओं का सामना करना पड़ता है ऐसे में इसे सही कराना बहुत ही जरूरी होता है. हालांकि इसके ऊपर पायदान रखने से इन समस्याओं को दूर किया जा सकता है.
- पायदान का आकार हमेशा आयताकार होना चाहिए. वास्तु के अनुसार पायदान का यह आकार सही माना जाता है इससे परिवार के सदस्यों के बीच रिश्ते मजबूत होते हैं.
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- घर में कलेश और लोगों के बीच वाद-विवाद को लेकर आप परेशान है तो आपको काले कपडे़ में कपूर बांधकर इसके नीचे रख देना चाहिए. यह उपाय करने से लाभ मिलता है.
- घर के मेन गेट का मुख उत्तर दिशा में हो तो आपको हल्के रंक के पायदान का इस्तेमाल करना चाहिए. यह घर में सुख शांति बनाएं रखता है.
- घर में नकारात्मकता के कारण आप परेशान है तो आपको पायदान के नीचे फिटकरी रखनी चाहिए. इससे घर की नकारात्मकता दूर होती है और घर में अच्छा माहौल बना रहता है.
(Disclaimer: यहां दी गई जानकारी सामान्य मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है. डीएनए हिंदी इसकी पुष्टि नहीं करता है.)
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