Durga Puja 2023: देवी दुर्गा को किसने दिया थे 10 तरह के हथियार, जानें इन दिव्य अस्त्र-शस्त्र का रहस्य

Written By ऋतु सिंह | Updated: Sep 27, 2023, 09:59 AM IST

Devi Durga 10 Weapons sign

देवी दुर्गा के 10 हाथों में दस हथियार हैं और ये हथियार कुछ खास संदेश भी देते हैं.

डीएनए हिंदी: दशभुजा देवी दुर्गा महिषासुरमर्दिनी. वह अपने दस हाथों में दस प्रकार के हथियार रखती हैं. 10 हथियारों से लैस होकरदेवी बुराई को हराने और मनुष्यों और देवताओं को दैत्य महिषासुर के अत्याचार से मुक्त की थीं.

महिषासुर के कारण ही देवताओं को स्वर्ग छोड़ने के लिए मजबूर होना पड़ा था, तब ब्रह्मा, विष्णु, महेश्वर ने महामाया दुर्गा की रचना की थी. सभी देवताओं ने उन्हें अपने सर्वोत्तम हथियार दिये और उन्हें संहाररूपिणी के रूप में अलंकृत किया था.

जानें -किस देवता ने देवी को कौन सा अस्त्र दिया 

चक्र

विष्णु ने महिषासुर को मारने के लिए अपने चक्र से इस चक्र का निर्माण किया और इसे दुर्गा को उपहार में दिया. देवी के हाथ में यह हथियार शक्ति और एकजुटता का प्रतीक है. दुर्गा के हाथ में चक्र का मतलब है कि वह सारी सृष्टि के केंद्र में हैं.

त्रिशूल

पार्वती को त्रिशूल स्वयं महादेव ने दिया था. त्रिशूल के तीन ब्लेड मनुष्य के तीन गुणों - सत्य, तम:, रज: का प्रतीक हैं. उन्होंने इसी त्रिशूल से महिषासुर का वध किया था.

शंख

महामाया को शंख वरुण देव ने दिया था. शंख की ध्वनि से स्वर्ग, नश्वर और नर्क की सभी बुरी शक्तियां भयभीत और कमजोर हो जाती हैं.

गर्जना

भगवान इंद्र ने देवी को वज्र दिया. उन्होंने अपने ही वज्र से दूसरा वज्र बनाकर दिया. यह वज्र शक्ति और एकजुटता का प्रतीक है.

गदा

देवी दुर्गा को यमराज ने गदा प्रदान की थी जिसे कालदंडा के नाम से भी जाना जाता है. यह शक्ति, निष्ठा, प्रेम और भक्ति का प्रतीक है.

धनुष और बाण

पवन देव दुर्गा को धनुष-बाण देते हैं. ये दोनों ही सकारात्मक ऊर्जा के प्रतीक हैं. देवी भवानी ने असुरों से युद्ध करते समय इस धनुष-बाण का प्रयोग किया था .

तलवार

तलवार मानव बुद्धि का प्रतीक है जिसकी शक्ति से सभी भेदभाव और अंधकार को तोड़ा जा सकता है मां दुर्गा के हाथ में तलवार या तलवार समाज में सभी भेदभाव और बुराईयों को बुद्धि की धार से नष्ट करने का संदेश देती है.

घंटी

विभिन्न अस्त्र-शस्त्रों के साथ-साथ देवी के हाथ में घंटी भी है. पुराणों के अनुसार, यह घंटा भगवान इंद्र के वाहन ऐरावत ने दुर्गा को दिया था. घंटे की ध्वनि से असुरों का तेज क्षीण हो जाता है.

कमल

प्रजापति ने ब्रह्मा देवी को कमल दिया देवी के आशीर्वाद से अंधकार को चीरता है प्रकाश, कमल शुभता का संदेश लाता है.

सांप

अंततः मां ने वह सांप दुर्गा को दे दिया यह साँप शुद्ध चेतना का प्रतीक है.

(Disclaimer: यहां दी गई जानकारी सामान्य मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है. डीएनए हिंदी इसकी पुष्टि नहीं करता है.)

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