Grahan 2023: साल 2023 में लगेंगे चार ग्रहण, जानें आपके ऊपर कैसा होगा इन ग्रहणों का प्रभाव

डीएनए हिंदी वेब डेस्क | Updated:Apr 05, 2023, 04:52 PM IST

प्रतीकात्मक तस्वीर

Grahan 2023: ग्रहण का सिर्फ खगोलीय ही नहीं बल्कि धार्मिक और ज्योतिषीय महत्व भी होता है. इस बार साल 2023 में चार ग्रहण लगने वाले हैं.

डीएनए हिंदी: सूर्य और चंद्र ग्रहण (Surya Grahan Chandra Grahan 2023) को खगोलीय दृष्टि से बहुत ही महत्वपूर्ण माना जाता है. हालांकि भारत और हिंदू धर्म (Hindu Dharma) में इनका धार्मिक महत्व भी बहुत ही अधिक होता है. साल 2023 में कुल चार ग्रहण लगने वाले हैं. इनमें से दो सुर्य ग्रहण (Surya Grahan 2023) होंगे और दो बार चंद्र ग्रहण (Chandra Grahan 2023) लगेगा. इन सभी ग्रहों का देश-दुनिया के सभी हिस्सों पर प्रभाव पड़ेगा. तो चलिए इस साल लगने वाले सभी ग्रहणों (Grahan 2023) के और इनके असर के बारे में जानते हैं.

साल 2023 का पहला ग्रहण (Surya Grahan 2023)
2023 का पहला सुर्य ग्रहण 20 अप्रैल को सुबह 7ः04 से दोपहर को 12ः29 तक लगेगा. 2023 में लगने वाला पहला सूर्य ग्रहण भारत में नहीं दिखेगा. भारत में इस ग्रहण का प्रभाव नहीं होगा इसलिए यहां पर सूतक काल भी मान्य नहीं होगा. यह ग्रहण दक्षिण पूर्व एशिया, ऑस्ट्रेलिया, हिन्द महासागर और अंटार्कटिका में नजर आएगा.

साल 2023 का दूसरा ग्रहण (Chandra Grahan 2023)
यह 2023 का पहला चंद्र ग्रहण होगा. यह ग्रहण 5 मई को लगेगा. यह ग्रहण भी भारत में नहीं दिखेगा. इस चंद्र ग्रहण का प्रभाव यूरोप, एशिया, ऑस्ट्रेलिया, अफ्रीका, अंटार्कटिका, प्रशांत, अटलांटिक और हिंद महासागर पर होगा. इस ग्रहण का समय भारतीय समय के हिसाब से रात को 8ः45 से रात को 1 बजे तक होगा. भारत में ग्रहण न नजर आने की वजह से सूतक काल भी मान्य नहीं होगा.

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साल 2023 का तीसरा ग्रहण (Surya Grahan 2023)
यह सूर्य ग्रहण 14 अक्टूबर को लगेगा. यह ग्रहण भारत में नजर नहीं आएगा इसी वजह से यहां पर इसका सूतक काल मान्य नहीं होगा. इस ग्रहण का प्रभाव टेक्सास, मेक्सिको, मध्य अमेरिका, कोलंबिया, ब्राजील के कई हिस्सों सहित अलास्का और अर्जेंटीना में होगा.

साल 2023 का चौथा और आखिरी ग्रहण (Chandra Grahan 2023)
यह ग्रहण साल का आखिरी ग्रहण होगा यह ग्रहण 28 अक्टूबर को लगेगा. इस ग्रहण को भारत के कई हिस्सों से देख सकेंगे. शरद पूर्णिमा के दिन लगने वाले ग्रहण का सूतक काल भारत में मान्य होगा. यह ग्रहण आशिंक चंद्र ग्रहण होगा. इस  ग्रहण का प्रभाव भारत सहित यूरोप, ऑस्ट्रेलिया, उत्तरी-दक्षिणी अफ्रीका, आर्कटिक और अंटार्कटिका, प्रशांत, अटलांटिक पर भी होगा.

इन ग्रहणों के प्रभाव से आ सकती हैं आपदाएं
2023 में लगने वाले इन सभी चारों ग्रहणों का असर सभी राशि के जातकों पर पड़ेगा. कई राशि वालों के लिए यह ग्रहण शुभ होंगे तो कई लोगों को इनका अशुभ प्रभाव झेलने पड़ेंगे. कई ज्योतिषीयों के अनुसार यह ग्रहण प्राकृतिक आपदाओं की वजह भी बन सकते हैं. विश्व राजनीतिक में अस्थिरता आ सकती है. 

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(Disclaimer: यहां दी गई जानकारी सामान्य मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है. डीएनए हिंदी इसकी पुष्टि नहीं करता है.)

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