Ekadashi 2023: एकादशी पर क्यों नहीं खाने चाहिए चावल, जानें इसके पीछे की वजह और पाप से मुक्ति का उपाय

नितिन शर्मा | Updated:Aug 06, 2023, 01:51 PM IST

एकादशी तिथि का हिंदू धर्म में बहुत बड़ा महत्व है. इस तिथि पर भगवान विष्णु की पूजा अर्चना करने से लेकर व्रत करने पर बड़ा लाभ मिलता है. पापों से मुक्ति मिल जाती है, लेकिन इस दिन चावल खाने से बड़ा पाप लगता है. आइए जानते हैं इसकी वजह और मुक्ति का उपाय.

डीएनए हिंदी: (Ekadashi 2023) हिंदू धर्म में तारीखों से ज्यादा महत्व तिथियों का होता है. इनमें भी सबसे ज्यादा महत्व एकादशी का होता है. हर महीने में दो एकादशी आती है. इस तरह से पूरे साल में ​कुल 24 एकादशी आती हैं. इनमें भी शुक्ल और कृष्ण पक्ष आने वाली एकादशी सबस ज्यादा महत्व रखती हैं. पुराणों की मानें तो एकादशी पर भगवान विष्णु जी की पूजा अर्चना करने के साथ ही व्रत रखने से विशेष लाभ मिलते हैं. इस दिन गंगा में स्नान मात्र से ही बड़े से बड़े पाप से छुटकारा मिल जाता है. इसके अलावा भी एकादशी के कई नियम और मान्याताएं हैं, जिनका पालन करने शुभ फल मिलते हैं. मोक्ष की प्राप्ति होती है. खानपान की बात करें तो इस दिन प्याज, लहसुन के अलावा चावल खाने पर भी पाबंदी होती है. एकादशी पर चावल खाने की मनाही होती है. हालांकि ज्यादातर लोग इसकी वजह नहीं जानते हैं तो आइए जानते हैं एकादशी पर चावल क्यों नहीं खाएं जाते हैं. इसकी क्या वजह है...

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एकादशी पर इसलिए नहीं खाएं जाते चावल

धार्मिक कथा और पुराणों की मानें तो एकादशी के दिन चावल का सेवन करने से अगले जन्म रेंगने वाले जीवन की योनि मिलती है.पुराणों की एक कथा के अनुसार, माता शक्ति के क्रोध से बचने के लिए महर्षि मेधा ने शरीर को त्याग दिया था. उनके शरीर के अंश धरती में समा गए थे. कुछ ही दिन बाद उसी स्थान पर महर्षि मेधा चावल और जौ के रूप में उत्पन्न हुए, जिस दिन महर्षि पमेधा धरती में समाएं थे. उस दिन एकादशी थी तिथि थी. यही वजह है कि एकादशी के दिन चावल खाना महर्षि मेधा के मांस और खून के सेवन जैसा है. यही वजह है कि व्रती से लेकर बिना व्रत वाले लोगों को भी इस दिन चावल खाने से मनाही होती है. 

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यह है ज्योतिषीय मान्यता 

एकादशी पर चावल खाने की जयोतिष मान्यता भी है. ज्योतिष के अनुसार, चावल में जल अच्छी खासी मात्रा में पाया जाता है. जल पर चंद्रमा का प्रभाव होता है. ऐसे में खवल खाने से शरीर में जल की मात्रा बढ़ जाती है. इसे मन विचलित और चंचल हो जाता है. इसे व्रत रखने के दौरान मन को काबू करना मुश्किल हो जाता है. यह व्रत रखने में भी समस्या पैदा करता है. यही वजह है कि एकादशी के दिन चावल और इससे बनी चीजें खाना वर्जित माना जाता है. 

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एकादशी के दिन गलती से चावल खाने पर करें ये उपाय

अगर आप एकादशी के दिन भूलवश चावल खा लेते हैं तो घबराने की जरूरत नहीं है. इस पाप से मुक्ति पाने क लिए द्वादशी के दिन चावल खा लें. ऐसा करने से एकादशी के दिन चावल खाने से लगने वाले पाप से मुक्ति मिल जाएगी.  
 

(Disclaimer: यहां दी गई जानकारी सामान्य मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है. डीएनए हिंदी इसकी पुष्टि नहीं करता है.)

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