डीएनए हिंदी: ज्योतिष में हर किसी ग्रह का व्यक्ति को भाग्य से लेकर कर्म, करियर, धन और उम्र से बताया गया है. ठीक इसी तरह बुध ग्रह धन की संपन्नता का ग्रह माना जाता है. कुंडली में इस ग्रह के मजबूत स्थिति में होने पर व्यक्ति के जीवन में धन धान्य की वर्षा होती है. सभी कार्य संपन्न होते हैं और पैसों की कभी कमी नहीं रहती. व्यक्ति जीवन में अपनी बुद्धि और धन के बल पर खूब नाम कमाता है और तरक्की करता है. ऐसे लोगों को समाज में कीर्ति प्राप्त होती है. जीवन में कभी भी धन की तंगी का सामना नहीं करना पड़ता. कई बार इस ग्रह के कुंडली में कमजोर होने पर व्यक्ति को तमाम मुश्किलों का सामना करना पड़ता है. धन की तंगी के साथ ही शत्रु प्रभावी हो जाते हैं. ऐसे में बुध को कुंडली में मजबूत करने के लिए इस एक रत्न को धारण कर सकते हैं.
रत्न शास्त्र की मानें तो जीवन में रत्नों का विशेष महत्व हैं. यह ग्रह और नक्षत्रों को इफेक्ट करते हैं. व्यक्ति के ग्रह संबंधि रत्न धारण करने पर उसके जीवन की दशा और दिशा बदल जाती है. हर ग्रह के लिए एक विशेष रत्न होता है. कुंडली में उक्त ग्रह के कमजोर होने पर व्यक्ति को उससे संबंधित समस्याएं दिखने लगती हैं. ऐसे में ग्रह संबंधित रत्न को धारण करते ही कुंडली में ग्रह की स्थिति मजबूत होने लगती है, जिसका लाभ व्यक्ति को अपने जीवन में दिखने लगता हैं. अगर आपको हर काम में धन हानि हो रही है. शत्रु परेशान कर रहे हैं तो यह कुंडली में बुध ग्रह के कमजोर होने का इशारा करता है. ऐसे में इस ग्रह से संबंधित रत्न धारण करने से जीवन संबंधी ये समस्याएं खत्म हो जाती है.
इस रत्न को करें धारण
अगर आपकी कुंडली में बुध कमजोर स्थिति में हैं तो संभवत धन हानि हो सकती है. शत्रु हावी होंगे. व्यक्ति पर कर्ज और दरिद्रता छाने लगती है. ऐसी स्थिति में पन्ना रत्न धारण कर लें. इसे किसी पंडित की सलाह भी धारण करें. यह रत्न बुध ग्रह को मजबूत कर लाभकारी होता है, लेकिन पन्ना धारण करने के कई सारे नियम होते हैं. इन नियमों का पालन कर पन्ना धारण करने पर ही लाभ की प्राप्ति होती है. आइए जानते हैं पन्ना धारण करने के नियम और लाभ...
यह है पन्ना धारण करने के नियम
ज्योतिष की सलाह पर ही पन्ना रत्न धारण करना चाहिए. इसे धारण करने के नियम होते हैं. जैसे पन्ना को धारण करने से पहले इसे गंगाजल और गाय के कच्चे दूध के मिश्रण में शुद्ध कर लें. इसे चांदी या सोने की अंगूठी में लगवाकर ही धारण करें. वहीं रत्न शास्त्र के अनुसार, पन्ना के साथ कभी भी मूंगा या मोती धारण नहीं करना चाहिए. इसके साथ हीरा या ओपल धारण करना बेहद शुभ साबित हो सकता है. पन्ना रत्न को बुधवार के दिन ही धारण करना चाहिए. साथ ही आश्लेषा, ज्येष्ठ और रेवती नक्षत्र में इस रत्न को धारण करना लाभकारी होता है.
यह है पन्न रत्न धारण करने के फायदे
पन्ना रत्न धारण करने पर धन संबंधित समस्याएं खत्म हो जाती है. व्यक्ति के जीवन में बुद्धि, विवेक और एकाग्रता बढ़ती है. शत्रुओं से छुटकारा मिलता है और बाधाएं अपने आप दूर हो जाती है. नौकरी से लेकर कारोबार में तरक्की के योग बनते हैं. त्वचा संबंधित रोगों से मुक्ति मिलती है. इस रत्न को धारण करने स कुंडली में बुध ग्रह मजबूत होता है और व्यक्ति के जीवन में बड़े लाभकारी बदलाव आते हैं.
(Disclaimer: यहां दी गई जानकारी सामान्य मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है. डीएनए हिंदी इसकी पुष्टि नहीं करता है.)
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