Chandra Grahan 2023: 5 मई को लगेगा साल का पहला चंद्र ग्रहण, जानिए इस दिन चंद्रमा देखना शुभ है या अशुभ

ऋतु सिंह | Updated:May 01, 2023, 12:39 PM IST

Chandra Grahan 2023

Chandra Grahan 2023: 05 मई 2023 को साल का पहला चंद्र ग्रहण लगने जा रहा है. ऐसे में क्या चंद्र ग्रहण में चांद को देखा जा सकता है. क्या ऐसा करना अशुभ होता है?

डीएनए हिंदीः इस साल 15 दिन के अंतराल पर दूसरा ग्रहण लग रहा है. इससे पहले 20 अप्रैल को सूर्य ग्रहण लगा था और अब 5 मई को चंद्र ग्रहण लग रहा है. ग्रहण  5 मई दिन शुक्रवार को रात 8 बजकर 45 मिनट से होगी. वहीं इसकी समाप्ति देर रात 1.00 बजे होगी. ये उपच्छाया चंद्र ग्रहण होगा. 

इस साल 2023 में लगेगा 4 बार ग्रहण, यहां जानिए सूर्य और चंद्र ग्रहण की तारीख और महीना

क्या होता है उपछाया चंद्र ग्रहण (What is penumbral lunar eclipse)

उपछाया  चंद्र ग्रहण तब होता है जब चंद्रमा पृथ्वी की छाया के धुंधले, बाहरी भाग, पेनम्ब्रा से होकर गुजरता है. इस प्रकार का ग्रहण अन्य प्रकार के चंद्र ग्रहणों की तरह नहीं होता है और अक्सर गलती से इसे नियमित पूर्णिमा मान लिया जाता है.

वहीं शास्त्रों का मानना है कि पूर्णिमा की रात राहु और केतु चंद्रमा को निगलने की कोशिश करते हैं, तब चंद्रमा पर ग्रहण यानी चंद्र ग्रहण लगता है. ऐसे में चंद्र देव पर आए इस संकट के काल में कोई भी शुभ कार्य नहीं किए जाते हैं. मान्यता है कि चंद्र ग्रहण के दौरान चंद्रमा को नहीं देखना चाहिए. 

चंद्र ग्रहण देखना चाहिए या नहीं ?
सूर्य ग्रहण की घटना को खुली आंखों से नहीं देखना चाहिए ये तो सभी जानते हैं लेकिन क्या चंद्र ग्रहण को देखा जा सकता है तो इसका जवाब हां है लेकिन ज्योतिष में इसे देखने की मनाही होती है तब और जब ये ग्रहण आपकी राशि के लिए भारी हो. धार्मिक मान्यताओं की बात करें तो ग्रहण काल को शुभ नहीं माना जाता है. इस दौरान घर से बाहर निकलना और ग्रहण को देखना अच्छा नहीं माना जाता है, क्योंकि इस दौरान प्रकृति में विचित्र सी शक्ति उत्पन्न होती है, जो कि सभी प्राणियों पर नकारात्मक प्रभाव डालती हैं. 

नौकरी-व्‍यापार में चाहिए तरक्की? साल के पहले चंद्र ग्रहण पर करें ये उपाय, बगैर किसी बाधा के हर काम होगा सफल

भारत में चंद्र ग्रहण दिखाई देगा या नहीं ?
5 मई को लगने वाला चंद्र ग्रहण एक उपच्छाया ग्रहण होगा, जो भारत में दिखाई नहीं देगा. 

कहां-कहां नजर आएगा चंद्र ग्रहण?
ये उपच्छाया चंद्र ग्रहण है. इस वजह से इसे हर जगह नहीं देखा जा सकेगा. ये चंद्र ग्रहण यूरोप, सेंट्रल एशिया, ऑस्ट्रेलिया, अफ्रीका, अंटार्कटिका, प्रशांत अटलांटिक और हिंद महासागर में देखा जा सकेगा.

भारत में सूतक काल मान्य होगा या नहीं? 
चंद्र ग्रहण का सूतक 9 घंटे पहले ही लग जाता है और ग्रहण की समाप्ति के बाद ही सूतक काल समाप्त होता है. साल का पहला चंद्र ग्रहण भारत में दिखाई नहीं देगा, इसलिए इसका सूतक काल भी मान्य नहीं होगा.  

इस दिन लग रहा है साल का पहला चंद्र ग्रहण, 4 राशियों को रहना होगा सावधान

(Disclaimer: यहां दी गई जानकारी सामान्य मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है. डीएनए हिंदी इसकी पुष्टि नहीं करता है.)

देश-दुनिया की ताज़ा खबरों Latest News पर अलग नज़रिया, अब हिंदी में Hindi News पढ़ने के लिए फ़ॉलो करें डीएनए हिंदी को गूगलफ़ेसबुकट्विटर और इंस्टाग्राम पर

Chandra Grahan 2023