Ganesh Chaturthi 2024 Date And Importance: भगवान गणेश जी पूजा अर्चना और व्रत के लिए विनायक चतुर्थी को बेहद विशेष माना जाता है. गणपति बप्पा प्रथम पूज्य देवता है. किसी भी मांगलिक कार्य की शुरुआत से पहले गणपति बप्पा की पूजा अर्चना करने से काम सफल होता है. गणेश जी को बुद्धि और विवेक का देवता माना जाता है. ऐसे में विनायक चतुर्थी पर भगवान की पूजा अर्चना और व्रत करने से विशेष कृपा प्राप्त होती है. जीवन के सभी समस्याएं और बाधाएं अपने आप खत्म हो जाती है. विनायक चतुर्थी का व्रत रखने से घर में सुख-समृद्धि संपन्नता आती है. धन धान्य में वृद्धि होती है. आइए जानते हैं इस बार कब है विनायक चतुर्थी, पूजा का शुभ मुहूर्त और इसका महत्व...
विनायक चतुर्थी शुभ मुहूर्त
हिंदू पंचांग के अनुसार, आश्विन माह के शुक्ल पक्ष की चतुर्थी तिथि 6 अक्टूबर को सुबह 7 बजकर 49 मिनट पर शुरू हो जाएगी. यह अगले दिन 7 अक्टूबर को सुबह 9 बजकर 47 मिनट तक रहेगी. ऐसे में उदयातिथि को देखते हुए गणेश चतुर्थी का त्योहार 6 अक्टूबर को मनाया जाएगा.
विनायक चतुर्थी 2024 की पूजा विधि
विनायक चतुर्थी को सुबह सबसे पहले स्नान करने के बाद वस्त्र धारण करें. इसके बाद पूजा स्थल के साथ ही घर के मंदिर में गंगाजल छिड़कर इसे शुद्ध करें. भगवान की पूजा अर्चना के लिए गणपति बप्पा की मूर्ति को स्थापित करें. गणेश जी मूर्ति पर अक्षत से लेकर अष्टगंध लगाएं. घी का दीपक जलाने के साथ फल और फूल अर्पित करें. भगवान को उनकी प्रिय मिठाई का भोग लगाएं. इससे भगवान की कृपा प्राप्त होगी. व्यक्ति के सभी काम बनते चले जाएंगे. पूजा के अंत में गणेश जी कृपा, सुख, समृद्धि और धन वृद्धि के लिए गणेश जी से मनोकमाना करें. भगवान को भोग लगाकर प्रसाद को बांट दें. इससे आपकी हर इच्छा पूर्ण हो जाएगी.
विनायक चतुर्थी व्रत का महत्व
विनायक चतुर्थी व्रत का बड़ा महत्व है. इस दिन भगवान की पूजा अर्चना और व्रत रखने से उनकी कृपा प्राप्त होती है. इस दिन व्रत करने से निरंतर भगवान गणेश की कृपा प्राप्त होती है. साथ ही मानसिक और शारीरिक रूप से व्यक्ति स्वस्थ रहता है. विनायक चतुर्थी पर भगवान की विशेष पूजा अर्चना और व्रत किया जाता है. भगवान अपने भक्तों की हर मनोकामना को पूर्ण करते हैं.
इन मंत्रों का करें जाप
विनायक चतुर्थी में पूजा के दौरान भगवान का ध्यान लगाने के साथ ही ऊँ श्री गणेशाय नमः मंत्र का जाप करें. यह मंत्र बेहद शुभ और फलदायक होता है. गणेश जी की पूजा अर्चना में इस मंत्र जाप का लाभ होता है. व्यक्ति के काम बनते चले जाते हैं. सफलता और मनमुताबिक फल प्राप्त होते हैं.
(Disclaimer: हमारा लेख केवल जानकारी प्रदान करने के लिए है. ये जानकारी समान्य रीतियों और मान्यताओं पर आधारित है.)
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