डीएनए हिंदी: कार्तिक मास में पूर्णिमा पर गंगा स्नान करने का बहुत बड़ा महत्व होता है. इस दिन गंगा जी में स्नान के बाद दान करना बेहद शुभ माना जाता है. इससे सभी पाप और कष्ट दूर हो जाते हैं. व्यक्ति पर भगवान की कृपा प्राप्त होती है. इस दिन दीप दान किया जाता है. इससे घर में सुख ओर समृद्धि आती है. धन में बढ़ोतरी होती है. भगवान विष्णु की कृपा प्राप्त होती है. आइए जानते हैं कार्तिक मास में पूर्णिमा की तिथि, गंगा स्नान से लेकर दीप दिवाली का महत्व और किन चीजों को दान करना शुभ होता है...
गंगा स्नान का धार्मिक महत्व
शास्त्रों की मानें तो कार्तिक पूर्णिमा में गंगा स्नान के बाद दान करने का खास महत्व होता है. इस दिन जितना दान किया जाता है. उसका कई गुणा भगवान विष्णु देते हैं. घर में सुख और संपत्ति बढ़ती है. गंगा में स्नान के बाद व्यक्ति के सभी पाप और कष्ट नष्ट हो जाते हैं. पौराणिक कथाओं में कहा गया है कि इस दिन देवा भी पृथ्वी लोक पर आकर गंगा स्नान करते हैं. देवताओं का पृथ्वी पर आना गंगा स्नान के महत्व को और ज्यादा बढ़ा देता है. मान्यता है कि इस दिन दान करने से कई पुण्य फलों की प्राप्ति होती है, जो लोग गंगा स्नान के लिए नहीं आ सकते हैं. वह घर पर ही अपने नहाने की बाल्टी में थोड़ा सा गंगा जल मिलाकर स्नान करें. इससे गंगा स्नान का महत्व मिलता है.
गंगा स्नान के बाद जरूर करें दीप दान
कार्तिक पूर्णिमा पर दीपदान करने का विशेष महत्व होता है. इस दिन प्रदोष काल में दीपदान करने भगवान विशेष कृपा प्राप्त होती है. गंगा स्नान के बाद शुभ मुहूर्त में नदी या तालाब में जलता हुआ दीप दान करना चाहिए. इससे पितरों को शांति और उनका आशीर्वाद प्राप्त होता है. घर में सुख संपत्ति आती है.
यह है गंगा स्नान का शुभ मुहूर्त
कार्तिक पूर्णिमा की तिथि की शुरुआत 26 नवंबर 2023 की दोपहर 3 बजकर 53 से शुरू हो होगी. यह अगले दिन 27 नवंबर 2023 को पूर्णिमा तिथि की दोपहर 2 बजकर 45 मिनट पर समाप्त होगी.
Disclaimer: हमारा लेख केवल जानकारी प्रदान करने के लिए है. अधिक जानकारी के लिए हमेशा किसी विशेषज्ञ से परामर्श करें.)
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