डीएनए हिंदीः बुधवार का दिन भगवान गणेश को समर्पित है. इस तिथि पर श्रद्धापूर्वक भगवान गणेश की पूजा करने से लाभ मिलता है. इसके अलावा बुधवार के दिन पूजा-पाठ और कुछ खास काम करने से भी बुध ग्रह का दोष दूर हो सकता है. गणेश हिंदू धर्म में प्रथम पूज्य देवता हैं. किसी भी शुभ और मांगलिक कार्य की शुरुआत गणेश पूजा से होती है. गणेश वंदना के साथ शुरू किया गया शुभ कार्य निर्विघ्न संपन्न होता है. ज्योतिष शास्त्र भी देवताओं को प्रसन्न करने के लिए पूजा के साथ-साथ मंत्र जाप की महिमा को भी मानता है.
हिंदू धर्मग्रंथों में गणेश जी के 7 महामंत्र बताए गए हैं, जिनका जाप करके एकदंत की कृपा प्राप्त की जा सकती है. इस मंत्र का जाप करने से भक्तों को सभी दुखों और पीड़ाओं से मुक्ति मिल जाती है. साथ ही मनचाहा परिणाम भी प्राप्त किया जा सकता है. यहां जानिए ज्योतिष शास्त्र के अनुसार गणेश जी के पांच महामंत्रों के बारे में.
1. खोए हुए काम को दोबारा शुरू करने और सफलता पाने के लिए
त्रयमयखिलबुद्धिदात्रे बुद्धिप्रदीपाय सुराधिपय.
नित्य सत्य च नित्यबुद्धि नित्य निरेहाय नमोस्तु नित्यम्
2. गजानंद एकाक्षर मंत्र
ओम गोंग को प्रणाम.
3. गणेश जी को प्रसन्न करने का मंत्र
ॐ बक्रतुण्ड महाकाय सूर्य कोटि समप्रभः.
निर्भिग्नंग कुरु मय देव, सर्व करेषु सदैव..
4. गणेश गायत्री मंत्र
ॐ एकदन्ताय बिहे बक्रतुण्डाय धीमहि तन्नो दंति: प्रचोदयात्.
5. परेशानियां दूर करने का मंत्र
गणपतिर्बिघ्नराजो लम्बतुण्डो गजानन:
द्वैमतुरश्च हेरम्बा एकदन्तो गणाधिपः.
विनायकचारुकर्ण: चरवाहे भवत्मजा:
द्वादशैतानि नामानि प्रत्युत्य यः पठेत्.
बिश्वांग तस्य भबेद्वासयंग न च बिघ्नांग भबेत् कचित्
6. ग्रह दोष निवारण मंत्र
गणपूज्यो वक्रतुण्ड एकादंगस्त्री त्रयंबक:
नीलग्रिबो लोम्बोदरो बिकतो बिघ्रराजक:.
धूम्र वर्णो वलचन्द्रो दशमस्तु विनायक:
गणपर्तिहास्तिमुखो द्वादसरे यजेद्गणम्.
7. गणेश कुबा का मंत्र
ॐ नमो गणपतये कुबेर जेकाद्रिको फीट स्वाहा.
इस तरह करें गणपति जी की पूजा
सुबह जल्दी उठकर स्नान करें और भगवान गणपति को पांच दूर्वा चढ़ाएं. दूर्वा को गणपति के मस्तक पर रखें. उसके चरणों का कोई द्वार नहीं है. दूर्बा चढ़ाते समय इस मंत्र का जाप करें- इदोंग दुर्बदलंग ॐ गों गणपतये नमः.
शास्त्रों के अनुसार शमी वृक्ष की पूजा करने से शनि और गणेश दोनों प्रसन्न होते हैं. राम ने भी रावण को हराने के लिए शमी वृक्ष की पूजा की थी. गणेश जी को शमी अत्यंत प्रिय है. गणेश जी को शमी पत्ता चढ़ाने से धन और सुख में वृद्धि होगी.
गणेश जी को अक्षत या अखंडित चावल चढ़ाने से लाभ होगा. इन चावलों को पानी में भिगो दें और इडोंग अक्षतम् ॐ गों गणपतये नमः मंत्र का जाप करते हुए गणेश जी को चावल अर्पित करें. इस प्रकार तीन बार चावल अर्पित करें.
गणेश जी को सिन्दूरी रंग विशेष प्रिय है. इसलिए गणेश जी को सिन्दूर चढ़ाना शुभ होता है. इस समय सिन्दुरंग शोभनोंग रक्तांग सोघोंग सुखवर्धनम्. शुभदंग कामदंग चैब सिन्दुरंग प्रतिगृह्यतम.. ॐ गों गणपतये नमः को नमन.
(Disclaimer: हमारा लेख केवल जानकारी प्रदान करने के लिए है. अधिक जानकारी के लिए हमेशा किसी विशेषज्ञ से परामर्श करें.)
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