Geeta Jayanti 2022: आज है गीता जयंती का त्योहार, पूजा का शुभ मुहूर्त, जीवन में गीता का क्या है महत्व

Written By सुमन अग्रवाल | Updated: Dec 03, 2022, 08:59 AM IST

Geeta Jyanati आज है, पूजा का शुभ मुहूर्त, भगवान कृष्ण ने अर्जुन को क्या उपदेश दिए थे, क्या है इस दिन का महत्व. सब कुछ यहां पढ़ें

डीएनए हिंदी: Geeta Jayanti 2022, Shubh Muhurat, Significance- कई लोग रोजाना गीता का पाठ करते हैं तो कई लोग इसके कई श्लोकों को कंठस्थ रखते हैं, सनातन धर्म में गीता का खास महत्व है और महाभारत युद्ध से पहले भगवान श्रीकृष्ण ने अर्जुन को गीता के उपदेश सुनाए थे जिस दिन उन्होंने ऐसा किया था उस दिन को गीता जयंती कहते हैं, वैसे तो रोजाना गीता पाठ करने से शुभ फल मिलता है ठीक उसी तरह से इस दिन गीता पाठ करने से मोक्ष की प्राप्ति होती है. आज गीता जयंती है. 

डेट और शुभ मुहूर्त (Geeta Jayanti Date, Shubh Muhurat)

वैसे तो रोज ही गीता के उपदेशों के लिए महत्वपूर्ण है लेकिन मार्गशीर्ष माह के शुक्ल पक्ष की एकादशी तिथि के दिन इसका खास महत्व है, इस दिन गीता जंयती मनाई जाती है. इस दिन मोक्षदा एकादशी होती है. पंचांग के अनुसार इस साल यह जयंती 3 दिसंबर 2022 को मनाई जा रही है. यह श्रीमद भगवद गीता की 5159वीं वर्षगांठ होगी

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क्या है इसका महत्व (Geeta Jayanti Significance)

गीता में मनुष्य के जीवन से संबंधित रोज की समस्याओं के समाधान मिलेंगे, जीवन के प्रति आपके सकारात्मक दृष्टिकोण की कई बातें, उपदेश जो आपका जीवन बदल सकती हैं. धार्मिक मान्यता के अनुसार इस दिन श्रीकृष्ण ने गीता का ज्ञान देकर अर्जुन को सांसारिक मोह से मुक्ति दिलाई थी और सही-गलत का अंतर बताया था.

कहते हैं कि रणभूमि में अर्जुन अपने रिश्तेदारों को देखकर काफी विचलित हो गए थे और शस्त्र उठाने से इनकार कर दिया था. तब सारथी बने हुए भगवान श्री कृष्ण ने अर्जुन के ज्ञानचक्षु खोलने के लिए गीता उपदेश दिए थे जिसके बाद अर्जुन ने पूरी ताकत से युद्ध लड़ा और कौरवों को पराजित किया.

गीता के उपदेश इंसानों के विचारों की शुद्धिकरण करते हैं,  उनमें कई शक्तियों को उजागर करते हैं. ताकि मनुष्य सही गलत की पहचान करके जीवन को सही ढंग से चला सकें.

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