Good Friday 2023: 7 अप्रैल को है गुड फ्राइडे, जानें क्या थे सूली पर चढ़ने से पहले प्रभु ईशू के आखिरी शब्द

Written By डीएनए हिंदी वेब डेस्क | Updated: Apr 04, 2023, 10:10 AM IST

गुड फ्राइडे 2023

Good Friday 2023: गुड फ्राइडे ईसाई धर्म के प्रभु यीशु के बलिदान को याद करते हुए मनाया जाता है. गुड फ्राइडे को होली फ्राइडे, ब्लैक फ्राइडे या ग्रेट फ्राइडे भी कहते हैं.

डीएनए हिंदी: गुड फ्राइडे (Good Friday 2023) ईसाई धर्म का प्रमुख त्योहार है. गुड फ्राइडे (Good Friday 2023) ईसाई धर्म के प्रभु यीशु के बलिदान को याद करते हुए मनाया जाता है. इस साल गुड फ्राइडे (Good Friday 2023) 7 अप्रैल 2023 को मनाया जाएगा. ईसाई धर्म के इस पर्व को गुड फ्राइडे के साथ ही होली फ्राइडे, ब्लैक फ्राइडे या ग्रेट फ्राइडे भी कहते हैं. गुड फ्राइडे (Good Friday 2023) के दिन क्रिश्चियन लोग चर्च में प्रार्थना करते हैं और बाईबल के उपदेश पढ़ते हैं. तो चलिए आज गुड फ्राइडे (Good Friday 2023) से जुड़ी खास मान्यताओं और परंपराओं के बारे में जानते हैं.

गुड फ्राइडे 2023 (Good Friday 2023)
बाइबिल (Bible) के अनुसार ईसासियों के भगवान येशु मसीह को यहूदी शासकों ने कई तरह के मानसिक और शारीरिक कष्ट देने के बाद सूली पर चढ़ा दिया था. इस दिन शुक्रवार था इसी शुक्रवार को ईसाई लोग गुड फ्राइडे के रूप में मनाते हैं. प्रभु येशु मसीह को जिस क्रॉस पर सूली चढ़ाया गया था उसे गोलगोथा कहा जाता है. प्रभु यीशु मसीह ने लोगों को प्रेम, अहिंसा और ज्ञान का संदेश देते हुए खुशी-खुशी बलिदान दे दिया था.

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गुड फ्राइडे से जुड़ी मान्यताएं (Belief Related To Good Friday)
ऐसा कहा जाता है कि प्रभु यीशु मसीह पर झूठा मुकदमा चलाकर उन्हें सूली पर लटकाया गया था. बाइबिल (Bible) में बताया गया है कि मृत्यु दंड के तीन दिन बाद यीशु मसीह चमत्कारी रूप से फिर से जिंदा हो गए थे. गुड फ्राइडे के दिन तीन बाद के संडे को क्रिश्चियन लोग ईस्टर संडे (Easter Sunday 2023) के रूप में मनाते हैं. इसी दिन यीशु मसीह फिर से जिंदा हुए थे.

ऐसे मनाते हैं गुड फ्राइडे (Good Friday 2023)
गुड फ्राइडे मनाने की तैयारियां 40 दिनों पहले से शुरू कर दी जाती हैं. लोग 40 दिन पहले से ही उपवास करना शुरू कर देते है तो वहीं कई लोग सिर्फ गुड फ्राइडे के दिन ही व्रत करते हैं. लोग इस दिन काले कपड़े पहन कर चर्च में जाते हैं और शोक जताते हैं. ईसाई लोग प्रभु यीशु से अपने गुनाहों की माफी मांगते हैं और बाइबिल के अंतिम सात वाक्यों की व्याख्या करते हैं. ईसाई धर्म में घंटियां बजाने का विशेष महत्व होता है लेकिन गुड फ्राइडे को यीशु मसीह का बलिदान दिवस होता है इसलिए घंटियां नहीं बजाई जाती हैं.

सूली पर चढ़ने से पहले यीशु मसीह के आखिरी शब्द
यीशु मसीह को यहूदी शासकों ने बहुत ही ज्यादा बेरहमी से परेशान कर सूली पर लटकाया था. इसके बाबजूद भी उनके मुंह से क्षमा के ही शब्द निकले थे. उन्होने कहा कहा था कि "हे ईश्वर इन्हें क्षमा कर देना, क्योंकि ये नहीं जानते कि ये क्या कर रहे हैं. हे पिता, मैं अपनी आत्मा को अब आपके हाथों में सौंपता हूं".

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(Disclaimer: यहां दी गई जानकारी सामान्य मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है. डीएनए हिंदी इसकी पुष्टि नहीं करता है.)

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