डीएनए हिंदी: शिरडी वाले साईं बाबा (Shirdi Sai Baba Temple) के भक्तों के लिए एक खुशखबरी है, दरअसल साईं संस्थान की तदर्थ समिति ने साईं बाबा को फूल, माला और प्रसाद अर्पित करने पर लगी रोक को जल्द ही हटाने का फैसला (Shirdi Sai baba Devotees) लिया है. यानी अब मंदिर जाते हुए साईं भक्त फूल-माला और प्रसाद ले जा सकेंगे. इतना ही नहीं अब साईं संस्थान भक्तों को किफायती दामों पर फूल बेचेगा जो सीधे किसानों (Shirdi Darshan) से खरीदकर मंदिर परिसर में उपलब्ध होंगे.
मंदिर समिति के इस फैसले से जहां एक तरफ साईं भक्तों की लूट रुकेगी वहीं दूसरी तरफ किसानों को सही कीमत भी मिलेगी.
क्यों लगी थी रोक?
दरअसल दो साल पहले कोरोना के चलते साईं मंदिर में फूल, माला और प्रसाद लाने पर रोक लगा दी गई थी. ये रोक तब से आज तक जारी है. ऐसे में इस रोक के कारण शिरडी के सैकड़ों फूल व्यापारियों और किसानों को, जो आसपास के लगभग 400 एकड़ क्षेत्र में फूल उगा रहे थे उन्हें भारी नुकसान उठाना पड़ा. ऐसे में आठ महीने पहले किसानों और व्यापारियों ने पाबंदी हटाने की मांग को लेकर मंदिर के प्रवेश द्वार पर प्रदर्शन भी किया था.
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किसान, व्यापारी और भक्त कर रहे थे पाबंदी हटाने की मांग
इस मामले का हल ढूंढने के लिए महाराष्ट्र के राजस्व मंत्री ने तत्कालीन जिलाधिकारी की अध्यक्षता में एक अभ्यास समिति का गठन किया था और साईं भक्तों की ओर से भी लगातार यह मांग की जा रही थी कि उन्हें हार, फूल, प्रसाद का चढ़ावा चढ़ाने की अनुमति दी जाए. ऐसे में इन सब बातों को ध्यान में रखते हुए अभ्यास समिति ने अपनी रिपोर्ट तैयार की है.
साईं संस्थान ने पाबंदी हटाने की पहल की
समिति की इस रिपोर्ट के आधार पर अब साईं संस्थान की तदर्थ समिति ने पाबंदी हटाने का फैसला लिया है. ऐसे में भक्त अब साईं बाबा को फूल और हार अर्पित कर सकेंगे. साईं संस्थान ने अपने इस फैसले पर मुहर लगवाने के लिए न्यायालय में दीवानी अर्जी दायर की है.
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ऐसे में कोर्ट से अनुमति मिल जाने के बाद कोरोना काल में लगी यह पाबंदी हटा दी जाएगी और भक्तों को मंदिर के अंदर पुष्प, हार और प्रसाद ले जाने का और बाबा के चरणों में चढ़ावा चढ़ाने का शुभ अवसर प्राप्त होगा.
(Disclaimer: यहां दी गई जानकारी सामान्य मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है. डीएनए हिंदी इसकी पुष्टि नहीं करता है.)
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