हिंदू धर्म में कार्तिक माह को बेहद शुभ माना जाता है. इसमें दिवाली से लेकर कई बड़े त्योहार और महत्वपूर्ण तिथियां आती है. इसी में गोपाष्टमी भी है. गोपाष्टमी कार्तिक माह की शुक्ल पक्ष की अष्टमी तिथि को मनाई जाती है. इस दिन श्रीकृष्ण जी ने गौर चराणा शुरू किया था. भगवान के गौ चरण शुरू कराने के कारण ही इस तिथि को गोपाष्टमी के नाम से जाना जाता है. इस दिन भगवान श्रीकृष्ण के साथ ही उनकी प्रिय गाय और बछड़ों की पूजा अर्चना की जाती है.
इस बार गोपाष्टमी 9 नवंबर 2024 को मनाई जाएगी. पौराणिक कथा के अनुसार, गोवर्धन पूजा से 7 दिन तक लगातार बारिशर करने के बाद अष्टमी तिथि को इंद्रदेव ने अपनी हार स्वीकार कर ली थी. इस वजह से भी इस दिन को गोपाष्टमी के रूप में मनाया जाता है. भगवान श्रीकृष्ण की पूजा अर्चना करने के साथ ही शुभ कार्य किये जाते हैं. मान्यता है कि इससे साधक की सभी मनोकामनाएं पूर्ण हो जाती है. गोपाष्टमी के दिन ये काम करने से भगवान की कृपा प्राप्त होती है.
गोपाष्टमी के दिन करें ये काम
गोपाष्टमी के दिन सुबह शुभ मुहूर्त में गाय और बछड़ों को स्नान के बाद उनका श्रृंगार किया जाता है. इसके बाद गायों को फूल, कुमकुम, आलता, रोली और हल्दी से सजाकर उनकी परिक्रमा की जाती है. गौ माता की परिक्रमा करें और गाय के साथ उनके बछड़ों को घुमाया जाता है. शाम के समय गाय की पूजा अर्चना करने के साथ ही उन्हें हरा चारा और गुड़ खिलाएं. शाम को गौशाला जाकर गंगाजल, फल, फूल अर्पित करें. इस दिन गौशाल में क्षमतानुसार दान करें.
(Disclaimer: यहां दी गई जानकारी सामान्य मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है. डीएनए हिंदी इसकी पुष्टि नहीं करता है.)
देश-दुनिया की ताज़ा खबरों Latest News पर अलग नज़रिया, अब हिंदी में Hindi News पढ़ने के लिए फ़ॉलो करें डीएनए हिंदी को गूगल, फ़ेसबुक, ट्विटर और इंस्टाग्राम पर