Govardhan Puja 2023: इस ​बार दिवाली के अगले दिन नहीं होंगा गोवर्धन, जानें इसकी वजह, नई तिथि और पूजा विधि

नितिन शर्मा | Updated:Nov 13, 2023, 07:23 AM IST

हिंदू धर्म में दिवाली की तरह ही गोवर्धन पूजा का विशेष महत्व है. तिथि के हिसाब से गोवर्धन पूजा दिवाली के अगले ही दिन मनाई जाती है. साथ ही अन्नकूट महोत्सव भी मनाया जाता है. इस दिन भगवान को ​बाजरे, मूंग और मोठ समेत कई सारे व्यंजनों का भोग लगाया जाता है.

डीएनए हिंदी: दिवाली के साथ ही पांच दिवसीय त्योहार आते हैं. इनकी शुरुआत धनतेरस होती है और अंतिम त्योहार भाई दूज होता है, लेकिन इस बार दिवाली पांच नहीं बल्कि छह दिवसीय त्योहार रहेगा. इसकी वजह गोवर्धन का दिवाली से अगले दिन नहीं होना है. हिंदू धर्म में दिवाली की तरह ही गोवर्धन पूजा का विशेष महत्व है. तिथि के हिसाब से गोवर्धन पूजा दिवाली के अगले ही दिन मनाई जाती है. साथ ही अन्नकूट महोत्सव भी मनाया जाता है. इस दिन भगवान को ​बाजरे, मूंग और मोठ समेत कई सारे व्यंजनों का भोग लगाया जाता है, लेकिन इस बार गोवर्धन दिवाली के अगले दिन की जगह उसके भी एक दिन बाद है. 

पंचांग के अनुसार, इस बार दिवाली का त्योहार 12 नवंबर हैं. इसके बाद 14 नवंबर को गोवर्धन की पूजा तिथि है. इसकी मुख्य वजह सोमवती अमावस्या का होना है. अमावस्या की तिथि इस बार 12 नवंबर और 13 नवंबर रहेगी. ऐसे में एक तिथि अधिक होने की वजह से सोमवार 13 नवंबर को स्नान दान श्राद्ध की सोमवती अमावस्या है. इस दिन पितरों का ध्यान और उनकी पूजा का विशेष महत्व होता है. ज्योतिषाचार्य की मानें तो इस दिन कोई शुभ कार्य नहीं हो सकता है. यही वजह है कि इस बार गोवर्धन पूजा दिवाली के अगले दिन की जगह तीसरे दिन यानी 14 नवंबर 2023 को मनाई जाएगी. 

Somvati Amavasya 2023:आज है साल की आखिरी सोमवती अमावस्या, जानें इसका महत्व, पूजा विधि, स्नान और परिक्रमा का शुभ मुहूर्त

यह गोवर्धन पूजा का शुभ मुहूर्त

पंचांग के अनुसार, गोवर्धन का पूजा 14 नवंबर को मनाई जाएगी. इसका शुभ मुहूर्त सुबह 6 बजकर 43 मिनट से 8 बजकर 42 मिनट तक रहेगा. गोवर्धन पूजा के लिए प्रतिपदा तिथि 13 नवंबर 2023 को दोपहर 2 बजकर 56 मिनट से शुरू हो जाएगी. यह 14 नवंबर को दोपहर 2 बजकर 36 मिनट पर समाप्त होगी. ऐसे में उदया तिथि और सोमवती अमावस्या के चलते गोवर्धन पूजा 14 नवंबर 2023 को ही की जाएगी. 

Rashifal 13 November: इन राशियों पर रहेगी भगवान श्री कृष्ण की कृपा, यहां पढ़ें मेष से मीन वालों का भाग्यफल
 

यह है गोवर्धन की पूजा विधि

गोवर्धन के दिन भगवान ​कृष्ण की मूर्ति के गाबर से बनाई जाती है. इसके चारों तरफ मिट्टी के दीपक और मोमबत्तियां लगाई जाती है. कुछ जगहों पर गोवर्धन अन्नकूट पूजा के नाम से भी जाना जाता है. मथुरा वृंदावन से लेकर नाथद्वारा जैसी कई जगह और मंदिरों में इसे अन्नकूट पूजा के नाम से जाना जाता है. यहां मंदिरों में मूर्तियों को दूध से स्नान कराया जाता है. इसके बाद नए कपड़े और आभूषण पहनाए जाते हैं. साथ ही कुछ कारीगर अपने औजारों और मशीनरी को श्रद्धांजलि अर्पित करते हैं. 

Disclaimer: यहां दी गई जानकारी सामान्य मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है. डीएनए हिंदी इसकी पुष्टि नहीं करता है.)

देश-दुनिया की ताज़ा खबरों Latest News पर अलग नज़रिया, अब हिंदी में Hindi News पढ़ने के लिए फ़ॉलो करें डीएनए हिंदी को गूगलफ़ेसबुकट्विटर और इंस्टाग्राम पर.

Govardhan Puja 2023 Date Govardhan Puja 2023 Kab Hai Govardhan Puja And Vidhi