डीएनए हिंदी: लोग अक्सर कामयाबी न मिलने पर और जीवन के समस्याओं के घिर जाने के बाद अपने भाग्य को कोसने लगते हैं. हालांकि आप अपने भाग्य को कोसने की बजाय कई साधारण उपाय करके सभी समस्याओं से छुटकारा पा सकते हैं. भाग्य के लिए देवताओं के गुरु बृहस्पति (Guruwar Upay) को कारक माना जाता है. देवगुरु बृहस्पति (Guruwar Upay) से ही नवग्रह से ही सुख-सौभाग्य की प्राप्ति होती है. ऐसे में बृहस्पति से संबंधित उपाय कर गुरु की कृपा पा सकते हैं. बृहस्पति ग्रह से संबंधित उपायों (Guruwar Upay) के लिए गुरुवार का दिन उचित माना जाता है. तो चलिए भाग्य चमकाने के लिए बृहस्पति के उपायों (Guruwar Upay) के बारे में जानते हैं.
बृहस्पति को करें ये उपाय चमक जाएगा आपका भाग्य (Guruwar Upay For Shine Your Luck)
बृहस्पति ग्रह को महर्षि अंगिरा का पुत्र और देवताओं का गुरु माना जाता है. यह सुख-सौभाग्य का कारक माना जाता है. कुंडली में गुरु ग्रह के मजबूत होने पर व्यक्ति को शुभ फल मिलते हैं वहीं गुरु की कमजोर स्थिति से जातक को परेशानियों का सामना करना पड़ता है.
गुरुवार को करें व्रत (Guruwar Upay)
देवगुरु बृहस्पति की कृपा पाने के लिए सबसे अच्छा उपाय है कि आपको गुरुवार को विधि-विधान से पूजा करनी चाहिए. आप यह व्रत लंबे समय तक कर सकते हैं या 5, 11 व्रत के बाद उद्यापन कर सकते हैं.
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देवगुरु बृहस्पति की पूजा में पीली चीजों का करें इस्तेमाल (Guruwar Upay)
गुरुवार को देवगुरु बृहस्पति की पूजा में पीले रंग के पुष्प, पीले रंग के वस्त्र, पीले रंग की मिठाई का प्रयोग करना चाहिए. गुरु ग्रह की पूजा में पीले रंग के प्रयोग को शुभ माना जाता है. आपको बृहस्पति के दिन पीले वस्त्र धारण कर हल्दी का तिलक लगाना चाहिए. पूजा के लिए भी आपको पीले रंग के आसन का इस्तेमाल करना चाहिए.
स्नान के समय करें ये उपाय (Guruwar Upay)
गुरु ग्रह की कृपा पाने के लिए आपको स्नान के समय पानी में एक चुटकी हल्दी या केसर डालकर स्नान करना चाहिए. यह उपाय आपकी कुंडली में गुरु की स्थिति को मजबूत करता है और आपको देवगुरु बृहस्पति की कृपा प्राप्त होती है.
बृहस्पति ग्रह के शुभ परिणाम के लिए धारण करें ये रत्न (Guruwar Upay)
रत्न शास्त्र में ग्रहों के अशुभ प्रभाव से बचने और उसकी स्थिति को मजबूत करने के लिए कई उपाय बताए गए हैं. कुंडली में गुरु के कमजोर होने की स्थिति में जातक को पुखराज रत्न धारण करना चाहिए. आपको यह रत्न धारण करने से पहले ज्योतिषीय सलाह जरूर लेनी चाहिए. कुंडली का विश्लेषण कराने के बाद विधि विधान से ही गुरुवार के दिन पुखराज रत्न धारण करें.
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(Disclaimer: यहां दी गई जानकारी सामान्य मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है. डीएनए हिंदी इसकी पुष्टि नहीं करता है.)
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