Extramarital Affairs Traits: जन्म कुंडली बताती है आपके पार्टनर का राज, विवाहेतर संबंधों तक का खुल जाएगा राज

Written By ऋतु सिंह | Updated: Sep 15, 2023, 08:26 AM IST

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शादी से पहले अगर आप ये जानना चाहते हैं कि आपका पार्टनर कहीं विवाहेतर संबंध में तो नहीं पड़ेगा तो कुंडली अवलोकन जरूर कर लें. कुछ साइन बता देंगे कि आपकी शादी में किसी वो की एंट्री होगी या नहीं.

डीएनए हिंदीः शादी के बाद कोई व्यक्ति कैसा व्यवहार करता है यह एक अनसुलझा रहस्य सा होता है. कोई भी वैज्ञानिक घटना यह नहीं बता सकती कि आपका जीवनसाथी आपके प्रति वफादार रहेगा या नहीं. लेकिन आपकी और आपके पार्टनर की कुंडली का अवलोकन कर  ज्योतिषी इसकी जानकारी दे सकते हैं.

विवाह के बाद अवैध संबंध का होना बसे-बसाए घर को बर्बाद कर देता है लेकिन अगर आप इस दुख से बचना चाहते हैं तो आपको जन्म कुंडली के जरिये इन संकेतों को विवाह से पूर्व ही जान सकते हैं. कैसे चलिए जानें. 

किसी भी रिश्ते को आगे बढ़ाने के लिए अपनी भावनाओं और दिमाग पर नियंत्रण रखना जरूरी है. इसलिए भावनाओं, जुनून या यौन उत्तेजना से संबंधित ग्रह-नक्षत्रों की स्थिति जाननी चाहिए. यदि आपके जीवनसाथी की जन्म कुंडली या जातक में निम्नलिखित संयोजन है, तो ज्योतिष कहता है कि उनका विवाहेतर संबंध है.

यह युति गुप्त प्रेम प्रसंग का कारण बनती है

चंद्रमा का बुध से त्रिकोण, राहु और बुध की युति, शुक्र की राहु या मंगल के साथ युति व्यक्ति को गुप्त प्रेम संबंध शुरू करने के लिए प्रेरित करती है.

राहु की युति से अवैध मार्ग

प्रेम या जुनून के ग्रहों (शुक्र या मंगल) के साथ राहु का कोई भी संयोजन व्यक्ति को अवैध मार्ग पर ले जाता है. राहु या शनि के साथ चंद्रमा की युति और परस्पर दृष्टि जन्म कुंडली में 'पुनर्भु' दोष बनाती है जो विवाह में लाभकारी परिणाम नहीं देती है.

कुछ राशियों में राहु की युति 

जब ऐसा संयोग मेष, वृश्चिक, मिथुन या तुला राशि में होता है, तो विवाह के बाहर किसी भी प्रकार के रोमांस में संलग्न होने की संभावना काफी प्रबल होती है. इसी प्रकार भरणी नक्षत्र के सम्मिलित होने से प्रभाव तीव्र होगा. यदि शनि की दृष्टि या स्थिति हो तो व्यक्ति को उनकी बेवफाई का सामना करना पड़ सकता है.

चूँकि तीसरा, सातवाँ और ग्यारहवाँ घर 'काम' या इच्छा का प्रतिनिधित्व करते हैं, इन घरों में या इन घरों के स्वामियों (राहु, शनि या मंगल) के साथ कोई भी अशुभ संयोजन किसी प्रकार के गुप्त प्रेम संबंधों में शामिल होने की इच्छा पैदा करेगा. हालाँकि, यदि बृहस्पति बुध के साथ युति या त्रिकोण में है, तो यह जातक को विवाह के मामलों में बहुत परिपक्व, व्यावहारिक और यथार्थवादी बनाता है. इसलिए जातक के विवाहेतर या गुप्त प्रेम संबंधों में शामिल होने की संभावना कम होती है.

(Disclaimer: यहां दी गई जानकारी सामान्य मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है. डीएनए हिंदी इसकी पुष्टि नहीं करता है.)

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