सनातन धर्म में वास्तुकला का विशेष महत्व है. इसलिए घर में चीजें रखने के नियम बताए गए हैं. जिस प्रकार घर में नियमों के अनुसार रखी गई चीजें सौभाग्य ला सकती हैं. इसी तरह, गलत जगह पर रखी चीजें जीवन में तबाही मचा सकती हैं. कमरे में बिस्तर भी उन्हीं चीजों में से एक है.
जी हां, गलत दिशा में पड़ा बिस्तर भी बड़ी परेशानी का कारण बन सकता है. इसके अलावा तरक्की रुक सकती है और पति-पत्नी के बीच मतभेद हो सकते हैं. इस स्थिति से बचने के लिए, यह महत्वपूर्ण है कि बिस्तर सही ढंग से उन्मुख हो. घर में बिस्तर किस दिशा में रखना चाहिए? सोते समय सिर किस दिशा में होना चाहिए? बच्चों के सोने के लिए कौन सी दिशा सर्वोत्तम है? पता लगाना
घर में बिस्तर लगाने की सही दिशा
ज्योतिषाचार्य के अनुसार शयनकक्ष में बिस्तर हमेशा दक्षिण-पश्चिम दिशा में रखना चाहिए. इसलिए, बिस्तर को इस तरह व्यवस्थित करें कि आपका हेडबोर्ड दक्षिण की ओर हो. ऐसा करने से जीवन में सुख-समृद्धि बढ़ती है. साथ ही इस बात का भी ध्यान रखें कि दक्षिण दिशा की ओर पैर करके न सोएं. वास्तु शास्त्र में दक्षिण दिशा को पितरों की दिशा माना गया है. यदि आप दक्षिण दिशा की ओर पैर करके सोते हैं तो आप पितृ दोष से पीड़ित हो सकते हैं.
इस दिशा में सिर रखें
अगर आप सही दिशा में सिर करके नहीं सोते हैं तो इसका आपके स्वास्थ्य पर गहरा असर पड़ता है. इसलिए मास्टर बेडरूम में सोते समय आपका सिर हमेशा दक्षिण या पश्चिम की ओर होना चाहिए. याद रखें कि आपका सिर उत्तर दिशा की ओर नहीं होना चाहिए. इससे आपकी नींद की गुणवत्ता कम हो जाती है. साथ ही, आपके शरीर पर नकारात्मक प्रभाव भी पड़ सकता है.
बिस्तर की जगह का ख्याल रखें
याद रखें वास्तुशास्त्र के अनुसार बिस्तर कभी भी दीवार से सटाकर नहीं होना चाहिए. विशेषकर जो कमरे क्षेत्रफल की दृष्टि से छोटे हों, उनमें बिस्तर कभी भी कोने में नहीं रखना चाहिए. ऐसा करने से शयनकक्ष में सकारात्मक ऊर्जा का संचार समाप्त हो जाता है. अपने बिस्तर को हमेशा कमरे के बीच में रखें, ताकि उसे इधर-उधर ले जाना और साफ करना आसान हो.
इस दिशा में बच्चों का बिस्तर होना चाहिए
वास्तुशास्त्र के अनुसार बच्चों का सिर हमेशा पूर्व दिशा में होना चाहिए. ऐसा करने से उनकी एकाग्रता बढ़ती है. दक्षिण या दक्षिण-पूर्व दिशा भी बच्चों के लिए अच्छी होती है. इस दिशा में सिर करके सोने से आध्यात्मिक प्रवृत्ति का विकास होता है.
दरवाजे के सामने नहीं होना चाहिए
शयनकक्ष के दरवाजे के सामने बिस्तर लगाना वास्तु नहीं माना जाता है. दरवाजे के सामने बिस्तर लगाने से वास्तु दोष उत्पन्न होता है. इससे आर्थिक परेशानियां, मानसिक तनाव और शरीर में रोग उत्पन्न हो सकते हैं. यदि बिस्तर को दूसरी जगह बदलना संभव न हो तो दरवाजे पर पर्दा रखें और दरवाजे की ओर पैर करके न सोएं.
(Disclaimer: हमारा लेख केवल जानकारी प्रदान करने के लिए है. अधिक जानकारी के लिए हमेशा किसी विशेषज्ञ से परामर्श करें.)
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