Paramhans Acharya: कौन हैं जगतगुरु परमहंस आचार्य जो सिर कलम से लेकर गोली मारने तक की देते हैं धमकी

ऋतु सिंह | Updated:Oct 24, 2023, 01:24 PM IST

कौन हैं जगतगुरु परमहंस आचार्य

Jagadguru Paramhans Acharya:कौन हैं जगदगुरु परमहंस आचार्य जो अकसर अपने बयानों की वजह से सुर्खियों में रहते हैं. कभी किसी के सिर काटने तो कभी भगवाधारी के पीएम बनने जैसे विवादित बाते करते हैं.

डीएनए हिंदीः  जगदगुरु परमहंस आचार्य अयोध्‍या की तपस्वी छावनी के पीठाधीश्वर हैं. कभी भारत को हिंदू राष्ट्र बनाने के लिए आमरण अनशन की चेतावनी दे रहे हैं. ये कभी खून से पीएम नरेंद्र मोदी को पत्र लिखते हैं तो कभी शाहरुख खान, स्टालिन और अब स्वामी प्रसाद मौर्य को धमकी देते हैं. राजनीति से लेकर बालीवुड और देश दुनिया पर अपने विवादित बयान देने के लिए फेमस हैं.

सपा नेता स्वामी प्रसाद मौर्य तक भी परमहंस आचार्य के प्रकोप से नहीं बच पाए हैं. उन्होंने कहा कि जो कोई भी स्वामी प्रसाद मौर्य को गोली मारेगा वो उसे 25 करोड़ रुपये इनाम देंगे.  उनका कहना है कि जो जिस भाषा में समझता है उसे उसी भाषा में समझाना चाहिए, वह हिंदु धर्म पर किसी कि टिप्पणी को बर्दाश्त नहीं कर सकते.

कौन हैं परमहंस आचार्य

वह मूल रूप से बिहार के रहने वाले हैं, लेकिन उनके माता-पिता बिहार से मध्य प्रदेश चल गए थे. इस दौरान परमहंस भी अपने माता-पिता के साथ मध्य प्रदेश के सीधी जिले में रहने लगे थे. करीब 33 से 34 साल पहले परमहंस का परिवार अयोध्या में गोपाल दास जी महाराज के मंदिर में आया था. उस वक्त परमहंस की उम्र महज 17 साल थी. जिसके बाद से परमहंस वापस नहीं गए और सरयू किनारे कुटिया बनाकर रहे लगे. इस दौरान परमहंस ने नृत्यगोपाल दास को उन्होंने अपना गुरु बनाया.

परमहंस आचार्य  2017 में बने थे महंत

मध्य प्रदेश के सीधी से पहुंचे उत्तर प्रदेश के अयोध्या के रामघाट के पास अपने आश्रम में रहते हैं, उन्होंने बचपन में ही सन्यास धारण कर लिया था. 2017 में तपस्वी छावनी के गुरुदेव सर्वेश्वर दास जी से दीक्षा ग्रहण की. उसी साल छावनी के महंत की गद्दी मिली थी.

परमहंस आचार्य को क्यों आता है इतना गुस्सा

परमहंस आचार्य का कहना है कि सनातन को गाली देना फैशन बनता जा रहा है और कोई भी हिंदू धर्म पर टिप्पणी कर के निकल जाता है. सहने की सीमा उनकी अब खत्म हो चुकी है इसलिए वह भी उन्हीं की भाषा में जवाब देते हैं. उनका धर्म के लिए सत्य बोलना मकसद है.

परमहंस 2018 में चर्चा में आए थे जगतगुरु

बता दें कि परमहंस आचार्य ने 2018 में राम मंदिर के लिए आमरण-अनशन शुरू किया था. इस अनशन को स्वयं उत्तर प्रदेश के सीएम योगी आदित्यनाथ ने तुड़वाया था. फिर कुम्भ में भी अनशन किया जिसे शंकराचार्य ने तुड़वाया था. इसके बाद मंदिर निर्माण के लिए अपनी चिता भी सजा ली थी. लेकिन पुलिस ने रोक लिया था और घर में नजरबंद कर दिया था.

अब नए अनशन की कर रहे तैयारी

अब नए अनशन की तैयारी कर रहे हैं. उनका कहना है कि 7 नवंबर को हिन्दू राष्ट्र को लेकर फिर से अनशन पर बैठने जा रहे हैं.

शाहरुख, स्टालिन पर कर चुके हैं विवादित टिप्पणी 

बॉलीवुड के फेमस एक्टर शाहरुख खान को लेकर विवादित बयान दिया था. उन्होंने कहा था कि, 'शाहरुख खान को मैं ढूंढ रहा हूं जिस दिन वह मिल गया, उस जिहादी की चमड़ी उधेड़ कर जिंदा जला दूंगा. वहीं,  उदयनिधि स्टालिन का का सिर कलम करने वालों को 10 करोड़ रुपये का इनाम देने की घोषणा कर डाली थी.

समाजवादी पार्टी के नेता स्‍वामी प्रसाद मौर्य पर दिया था विवादित बयान

सपा के स्‍वामी प्रसाद मौर्य नें बांदा में कहा था कि भारत और पाकिस्तान का विभाजन इसलिए हुआ क्योंकि हिंदू महासभा ने दो राष्ट्रों की मांग की थी. इसकी वकालत जिन्ना ने नहीं की थी. जो लोग हिंदू राष्ट्र की बात कर रहे हैं, वे राष्ट्र के दुश्मन हैं. इस बयान को सुनकर परमहंस आचार्य हा कि स्वामी प्रसाद मौर्य को जो गोली मारेगा उसको 25 करोड़ का इनाम दूंगा.

 

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