Jagannat Rath Yatra Shubh Muhurat: हर साल आषाढ़ मास के शुक्ल पक्ष की द्वितीया तिथि को भगवान जगन्नाथ की रथ यात्रा निकाली जाती है. ओडिशा के पुरी में इसका खास महत्व है. यहां भगवान जगन्नाथ की रथ यात्रा की तैयारी महीनों पहले शुरू हो जाती है. द्वितीया तिथि पर भगवान जगन्नाथ, बलराम और बहन सुभद्रा तीन विशाल रथों पर विराजमान होकर नगर में भ्रमण करते हैं. अपने भक्तों से मिलने के बाद गुंडिचा मंदिर पहुंचते हैं. यहां 9 दिनों तक विश्राम करने के बाद दसवें दिन वापस भगवान जगन्नाथ अपने घर यानी जगन्नाथ मंदिर पहुंचे हैं. इसबार भगवान की यात्रा की शुरुआत 7 जुलाई 2024 से होगी. इसमें कई शुभ योग का निर्माण हो रहा है. इस दिन से अगले 10 दिनों तक प्रभु की भक्ति और सेवा में लोग लगे रहेंगे.
इस शुभ मुहूर्त कें निकाली जाएगी रथ यात्रा
वैदिक पंचांग के अनुसार, आषाढ़ शुक्ल पक्ष की द्वितीया तिथि के दिन तीन महायोग बन रहे हैं. यह बेहद शुभ हैं. इनमें पुष्य नक्षत्र, रवि पुष्य और सर्वार्थ सिद्धि योग का निर्माण हो रहा है. इन सभी योग को शुभ मुहूर्त की श्रेणी में रखा गया है. इन योग में भगवान जगन्नाथ की रथ यात्रा निकाली जाएगी. इतना ही नहीं, इन शुभ योग दान पुण्य करने से भी विशेष फलों की प्राप्ति होती है. जीवन में कष्ट और संकट दूर हो जाते हैं. भगवान की कृपा प्राप्त होती है.
जगन्नाथ रथ यात्रा का अगले 10 दिनों का प्लान
7 जुलाई 2024
उड़ीसा के पुरी में 7 जुलाई 2024 रविवार को भगवान जगन्नाथ, बलराम और सुभद्रा को मंदिर से बाहर लाकर रथों पर विराजमान किया जाएगा. इसके बाद भगवान और उनके रथ की पूजा अर्चना की जाएगी और फिर रथ यात्रा गुंडिचा मंदिर की तरफ प्रस्थान करेगी. इस यात्रा में लाखों लोग श्रद्धालु शामिल होंगे. वहीं जगन्नाथ रथ यात्रा से जुड़ी सबसे प्रसिद्ध रस्म 'छेरा पहरा' की जाएगी. इसमें उड़ीसा के महाराज गजपति देवी-देवताओं और रथों के चारों ओर सोने की झाड़ू से सफाई करेंगे. शाम के समय श्रद्धालु भगवान के रथ को खींचना शुरू करेंगे.
8 जुलाई 2024
8 जुलाई 2024 सोमवार को भगवान जगन्नाथ, बलराम और सुभद्रा का रथ गुंडीचा मंदिर पहुंचेगा. हालांकि इसमें कुछ देर हुई तो यह मंगलवार को भी पहुंच सकता है.
15 जुलाई 2024 तक गुंडिचा मंदिर में रहेंगे भगवान
भगवान जगन्नाथ, बलराम और सुभद्रा रथ यात्रा से गुंडिचा मंदिर पहुंचने के बाद अगले 10 दिनों तक यहां रहेंगे. यहां उनके लिए कई प्रकार भोजन और पकवान बनाएं जाएंगे. इन सभी का भगवान को भोग लगाया जाएगा.
16 जुलाई 2024 को करेंगे वापसी
16 जुलाई 2024 भगवान जगन्नाथ अपने भाई बलराम और बहन सुभद्रा संग वापस अपने जगन्नराथ मंदिर पहुंचेंगे. इसी के साथ जगन्नाथ रथ यात्रा की समापन होगा.
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