Janmashtami 2022 Songs Bhajans : जन्‍माष्‍टमी पर भगवान श्रीकृष्ण के ये भजन जरूर गाएं, कान्‍हा का बरसेगा आशीर्वाद

Written By ऋतु सिंह | Updated: Aug 18, 2022, 04:03 PM IST

जन्‍माष्‍टमी भजन

Bhajans of Shri Krishna: भगवान श्रीकृष्ण के जन्‍म पर उनके भजन गाने का भी अपना ही महत्‍व होता है. जन्‍माष्‍टमी (Janmashtami 2022) पर आपके लिए कुछ भजन की पंक्तियां लाएं हैं, जिन्‍हें आप रात्रि जागरण के दौरान गाए तो आप पर कान्‍हा का विशेष आशीर्वाद जरूर मिलेगा. 

डीएनए हिंदी: जन्‍माष्‍टमी 19 अगस्‍त को मनाई जा रही है और रात 12 बजे तक भक्‍त पूजन भजन कर रात्रि जागरण करेंगे. ऐसे में अगर आप भगवान के प्रिय भजन का गायन करें तो आप श्रीकृष्ण की  विशेष कृपा बरसेगी. जन्माष्टमी की संध्‍या पर इन भजनों गाएं और श्रीकृष्ण के प्रेम में लीन हो जाएं. 

यह भी पढ़ें: Krishna Janmashtami 2022 : जानिए कृष्ण की 16,108 गोपियों और प्रेमिकाओं का पूरा सच

भगवान श्रीकृष्ण भजन-1

श्री कृष्ण गोविन्द हरे मुरारी, हे नाथ नारायण वासुदेवा ॥

हे नाथ नारायण...॥

पितु मात स्वामी, सखा हमारे, हे नाथ नारायण वासुदेवा ॥

हे नाथ नारायण...॥

॥ श्री कृष्ण गोविन्द हरे मुरारी...॥

बंदी गृह के, तुम अवतारी

कही जन्मे, कही पले मुरारी

किसी के जाये, किसी के कहाये

है अद्भुद, हर बात तिहारी ॥

है अद्भुद, हर बात तिहारी ॥

गोकुल में चमके, मथुरा के तारे

हे नाथ नारायण वासुदेवा ॥

श्री कृष्ण गोविन्द हरे मुरारी,

हे नाथ नारायण वासुदेवा ॥

पितु मात स्वामी, सखा हमारे,

हे नाथ नारायण वासुदेवा ॥

अधर पे बंशी, ह्रदय में राधे

बट गए दोनों में, आधे आधे

हे राधा नागर, हे भक्त वत्सल

सदैव भक्तों के, काम साधे ॥

सदैव भक्तों के, काम साधे ॥

वही गए वही, गए वही गए

जहाँ गए पुकारे

हे नाथ नारायण वासुदेवा॥

श्री कृष्ण गोविन्द हरे मुरारी,

हे नाथ नारायण वासुदेवा ॥

पितु मात स्वामी सखा हमारे,

हे नाथ नारायण वासुदेवा ॥

गीता में उपदेश सुनाया

धर्म युद्ध को धर्म बताया

कर्म तू कर मत रख फल की इच्छा

यह सन्देश तुम्ही से पाया

अमर है गीता के बोल सारे

हे नाथ नारायण वासुदेवा॥

श्री कृष्णा गोविन्द हरे मुरारी,

हे नाथ नारायण वासुदेवा ॥

पितु मात स्वामी सखा हमारे,

हे नाथ नारायण वासुदेवा ॥

त्वमेव माता च पिता त्वमेव

त्वमेव बंधू सखा त्वमेव

त्वमेव विद्या द्रविणं त्वमेव

त्वमेव सर्वं मम देव देवा

भगवान श्रीकृष्ण भजन-2

अच्चुतम केशवं कृष्ण दामोदरं,

राम नारायणं जानकी बल्लभम ।

कौन कहता हे भगवान आते नहीं,

तुम भक्त मीरा के जैसे बुलाते नहीं।

कौन कहता है भगवान खाते नहीं,

बेर शबरी के जैसे खिलाते नहीं।

कौन कहता है भगवान सोते नहीं,

माँ यशोदा के जैसे सुलाते नहीं।

कौन कहता है भगवान नाचते नहीं,

गोपियों की तरह तुम नचाते नहीं।

नाम जपते चलो काम करते चलो,

हर समय कृष्ण का ध्यान करते चलो।

याद आएगी उनको कभी ना कभी,

कृष्ण दर्शन तो देंगे कभी ना कभी।

भगवान श्रीकृष्ण भजन-3

राधे राधे जपो चले आएँगे बिहारी,

राधे राधे रटो चले आएँगे बिहारी,

आएँगे बिहारी चले आएँगे बिहारी,

राधे राधे जपो चले आएँगे बिहारी ॥

राधा मेरी चंदा,

चकोर है बिहारी,

राधा मेरी चंदा,

चकोर है बिहारी,

राधे राधे जपो चले आएँगे बिहारी ॥

राधा रानी मिश्री,

तो स्वाद है बिहारी,

राधा रानी मिश्री,

तो स्वाद है बिहारी,

राधे राधे जपो चले आएँगे बिहारी ॥

राधा रानी गंगा,

तो धार है बिहारी,

राधा रानी गंगा,

तो धार है बिहारी,

राधे राधे जपो चले आएँगे बिहारी ॥

राधा रानी तन है तो,

प्राण है बिहारी,

राधा रानी तन है तो,

प्राण है बिहारी,

राधे राधे जपो चले आएँगे बिहारी ॥

राधा रानी सागर,

तरंग है बिहारी,

राधा रानी सागर,

तरंग है बिहारी,

राधे राधे जपो चले आएँगे बिहारी ॥

राधा रानी मोहनी,

तो मोहन बिहारी,

राधा रानी मोहनी,

तो मोहन है बिहारी,

राधे राधे जपो चले आएँगे बिहारी ॥

राधा मेरी गोरी तो,

साँवरे बिहारी,

राधा मेरी गोरी तो,

साँवरे बिहारी,

राधे राधे जपो चले आएँगे बिहारी ॥

राधा रानी भोली भाली,

चंचल बिहारी,

राधा रानी भोली भाली,

चंचल बिहारी,

राधे राधे जपो चले आएँगे बिहारी ॥

राधा रानी नथनी,

तो कंगन बिहारी,

राधा रानी नथनी,

तो कंगन बिहारी,

राधे राधे जपो चले आएँगे बिहारी ॥

राधा रानी मुरली,

तो तान है बिहारी,

राधा रानी मुरली,

तो तान है बिहारी,

राधे राधे जपो चले आएँगे बिहारी ॥

राधे राधे जपो चले आएँगे बिहारी,

राधे राधे रटो चले आएँगे बिहारी,

आएँगे बिहारी चले आएँगे बिहारी,

राधे राधे जपो चले आएँगे बिहारी ॥

यह भी पढ़ें:  ये थीं कृष्ण की 8 मुख्य पत्नियां, जानिए सत्यभामा और रुक्मिणी के अलावा कौन-कौन थीं शामिल  

भगवान श्रीकृष्ण भजन-4

मेरे बांके बिहारी लाल,

तू इतना ना करियो श्रृंगार,

नजर तोहे लग जायेगी ।

तेरी सुरतिया पे मन मोरा अटका ।

प्यारा लगे तेरा पीला पटका ।

तेरी टेढी मेढी चाल,

तू इतना ना करियो श्रृंगार,

नजर तोहे लग जायेगी ।

मेरे बांके बिहारी लाल…

तेरी मुरलिया पे मन मोरा अटका ।

प्यारा लगे तेरा नीला पट का ।

तेरे घूंघर वाले बाल,

तू इतना ना करियो श्रृंगार,

नजर तोहे लग जायेगी ।

मेरे बांके बिहारी लाल…

तेरी कमरिया पे मन मोरा अटका ।

प्यारा लगे तेरा काला पट का ।

तेरे गल वैजन्ती माल,

तू इतना ना करियो श्रृंगार,

नजर तोहे लग जायेगी ।

मेरे बांके बिहारी लाल…

तेरी पायलिया पे मन मोरा अटका ।

मीरां को लग गया तेरा चसका ।

तेरे चरणों में जाऊँ बलिहार,

तू इतना ना करियो श्रृंगार,

नजर तोहे लग जायेगी ।

मेरे बांके बिहारी लाल,

तू इतना ना करियो श्रृंगार,

नजर तोहे लग जायेगी।

भगवान श्रीकृष्ण भजन-5

सांवली सूरत पे मोहन,

दिल दीवाना हो गया ।

दिल दीवाना हो गया,

दिल दीवाना हो गया ॥

एक तो तेरे नैन तिरछे,

दूसरा काजल लगा ।

तीसरा नज़रें मिलाना,

दिल दीवाना हो गया ॥

एक तो तेरे होंठ पतले,

दूसरा लाली लगी ।

तीसरा तेरा मुस्कुराना,

दिल दीवाना हो गया ॥

एक तो तेरे हाथ कोमल,

दूसरा मेहँदी लगी ।

तीसरा मुरली बजाना,

दिल दीवाना हो गया ॥

एक तो तेरे पाँव नाज़ुक,

दूसरा पायल बंधी ।

तीसरा घुंगरू बजाना,

दिल दीवाना हो गया ॥

एक तो तेरे भोग छप्पन,

दूसरा माखन धरा ।

तीसरा खिचडे का खाना,

दिल दीवाना हो गया ॥

एक तो तेरे साथ राधा,

दूसरा रुक्मण खड़ी ।

तीसरा मीरा का आना,

दिल दीवाना हो गया ॥

एक तो तुम देवता हो,

दूसरा प्रियतम मेरे ।

तीसरा सपनों में आना,

दिल दीवाना हो गया ॥

सांवली सूरत पे मोहन,

दिल दीवाना हो गया ।

दिल दीवाना हो गया,

दिल दीवाना हो गया ॥

देश-दुनिया की ताज़ा खबरों Latest News पर अलग नज़रिया, अब हिंदी में Hindi News पढ़ने के लिए फ़ॉलो करें डीएनए हिंदी को गूगलफ़ेसबुकट्विटर और इंस्टाग्राम पर.