डीएनए हिंदी: January To December Satyanarayan Vrat-Katha Puja Date List- धर्म ग्रंथों के अनुसार भगवान विष्णु के कई रूप हैं, उनमें से एक है श्रीहरि का सत्यनारायण रूप. श्रीहरि के इस रूप को सत्य का रूप माना जाता है. धार्मिक मान्यताओं के अनुसार सत्यनारायण पूजा (Satyanarayan Puja) और व्रत करने से स्वास्थ्य, समृद्धि, धन और वैभव की प्राप्ति होती है और भगवान विष्णु (Lord Vishnu) प्रसन्न होते हैं. वैसे तो सत्यनारायण पूजा और कथा (Satyanarayan Katha) किसी भी मास के शुक्लपक्ष के शुभ मुहूर्त में कराई जा सकती है. लेकिन पूर्णिमा (Purnima) के दिन घर पर सत्यनारायण पूजा और कथा करना बेहद शुभ माना जाता है. साल 2023 शुरू (New Year Satyanarayan Puja Date) हो चुका है ऐसे में आज हम आपको इस साल के शुभ मुहूर्त व तिथियों के बारे में बता रहे हैं, जिस तिथि पर सत्यनारायण व्रत और पूजा करना अत्यंत फलदायी होगा.
शाम का समय माना जाता है उत्तम (Evening Is The Best Time To Perform Satyanarayan Puja)
शास्त्रों के अनुसार पूर्णिमा के दिन सुबह और शाम दोनों ही समय सत्यनारायण पूजा के लिए शुभ माना जाता है. लेकिन पूजा के लिए सबसे उत्तम समय शाम का होता है. क्योंकि कई बार सुबह के समय ही पूर्णिमा तिथि समाप्त हो जाती है, इसलिए शाम के समय में श्री सत्यनारायण पूजा को अधिक प्राथमिकता दी जाती है. अगर आप सुबह में सत्यनारायण पूजा करना चाहते हैं, तो इसके लिए पंचांग जरूर देखें.
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सत्यनारायण व्रत पूजा विधि (Satyanarayan Puja Vidhi)
सुबह स्नान कर पूजा की चौकी में पीले रंग का कपड़ा बिछाकर सत्यनारायण भगवान की प्रतिमा स्थापित करें और चौकी के चारों तरफ केले का पत्ता बांध दें. प्रसाद के लिए पंचामृत तैयार करें. इसके अलावा पूजा की चौकी में एक जल से भरा कलश रखें और घी का दीपक जलाएं. इसके बाद भगवान सत्यनारायण का चंदन से तिलक करें और फिर जनेऊ, फूल-माला, इत्र, नवैद्य और फल आदि अर्पित कर विधिपूर्वक पूजा करें. ऐसा करने के बाद सत्यनारायण व्रत की कथा सुने और सत्यनारायण भगवान की आरती करें और फिर अंत में पंचामृत का प्रसाद ग्रहण कर व्रत का पारण करें.
सत्यनारायण व्रत-कथा का महत्व (Satyanarayan Vrat Katha Mahatva)
शास्त्रों के अनुसार पूर्णिमा के दिन सत्यनारायण की पूजा करने से घर में सुख-समृद्धि आती है और सभी मनोकामनाएं पूर्ण होती हैं. इस दिन सत्यनारायण व्रत कथा के साथ-साथ विष्णु सहस्त्रनाम का पाठ करना उत्तम माना जाता है. कहा जाता है कि सत्यनारायण पूजा व्यक्ति को सभी आपदाओं से बचाती है. इसके अलावा जो भक्त या श्रद्धालु सत्यनारायण कथा को विस्तृत रूप से सुनते हैं, उन्हें भी इसका शुभ फल प्राप्त होता है. इस पौराणिक कथा में स्वयं भगवान विष्णु ने कहा है कि, जो भी व्यक्ति इस व्रत को करता है उसके समस्त दुख दूर होते हैं और व्यक्ति खुशहाल जीवन जीता है.
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2023 में सत्यनारायण व्रत-पूजन के लिए शुभ मुहूर्त व तिथि (Satyanarayan Vrat-Katha Date And Time)
6 जनवरी 2023 दिन शुक्रवार (पौष पूर्णिमा)
प्रारंभ - 6 जनवरी समय 02:14 पूर्वाह्न
समाप्त - 7 जनवरी समय 04:37 पूर्वाह्न
5 फरवरी 2023 दिन रविवार (माघ पूर्णिमा)
प्रारंभ - 4 फरवरी समय 09:29 अपराह्न
समाप्त - 5 फरवरी समय 11:58 अपराह्न
7 मार्च 2023 दिन मंगलवार (फाल्गुन पूर्णिमा)
प्रारंभ - 6 मार्च समय 04:17 अपराह्न
समाप्त - 7 मार्च समय 06:09 अपराह्न
5 अप्रैल 2023 दिन बुधवार (चैत्र पूर्णिमा)
प्रारंभ - 5 अप्रैल समय 09:19 पूर्वाह्न
समाप्त - 6 अप्रैल समय 10:04 पूर्वाह्न
5 मई 2023 दिन शुक्रवार (वैशाख पूर्णिमा)
प्रारंभ - 04 मई समय 11:44 अपराह्न
समाप्त - 5 मई समय 11:03 अपराह्न
3 जून 2023 दिन शनिवार (ज्येष्ठ पूर्णिमा)
प्रारंभ - 3 जून समय 11:16 पूर्वाह्न
समाप्त - 4 जून समय 09:11 पूर्वाह्न
3 जुलाई 2023 दिन सोमवार (आषाढ़ पूर्णिमा)
प्रारंभ - 2 जुलाई समय 08:21 अपराह्न
समाप्त - 3 जुलाई समय 05:08 अपराह्न
1 अगस्त 2023 दिन मंगलवार (श्रावण पूर्णिमा)
प्रारंभ - 1 अगस्त समय 03:51 पूर्वाह्न
समाप्त - 2 अगस्त समय 12:01 पूर्वाह्न
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30 अगस्त 2023 दिन बुधवार (श्रावण पूर्णिमा)
प्रारंभ - 30 अगस्त समय 10:58 पूर्वाह्न
समाप्त - 31 अगस्त समय 07:05 पूर्वाह्न
29 सितंबर 2023 दिन शुक्रवार (भाद्रपद पूर्णिमा)
प्रारंभ - 28 सितंबर समय 06:49 अपराह्न
समाप्त - 29 सितंबर समय 03:26 अपराह्न
28 अक्टूबर 2023 दिन शनिवार (अश्विन पूर्णिमा)
प्रारंभ - 28 अक्टूबर समय 04:17 पूर्वाह्न
समाप्त - 29 अक्टूबर समय 01:53 पूर्वाह्न
27 नवंबर 2023 दिन सोमवार (कार्तिक पूर्णिमा)
प्रारंभ - 26 नवंबर समय 03:53 अपराह्न
समाप्त - 27 नवंबर समय 02:45 अपराह्न
26 दिसंबर 2023 दिन मंगलवार (मार्गशीर्ष पूर्णिमा)
प्रारंभ - 26 दिसंबर समय 05:46 पूर्वाह्न
समाप्त - 27 दिसंबर समय 06:02 पूर्वाह्न
(Disclaimer: यहां दी गई जानकारी सामान्य मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है. डीएनए हिंदी इसकी पुष्टि नहीं करता है.)
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