डीएनए हिंदीः कई बार हमारी नौकरी पर संकट का कारण हमारी ही कुछ गलतियां होती हैं लेकिन ऐसा नहीं है कि ये गलती हम जानबूझ कर करते हैं बल्कि हमारे ग्रह और नक्षत्र इसके लिए जिम्मेदार होते हैं. यहां आपको एक ऐसी ही भूल के बारे में बताने जा रहे हैं जो आपकी नौकरी जाने या आपके काम पर पानी फेरने की वजह बनते हैं.
ज्योतिषाचार्य प्रीतिका मोजूमदार बताती हैं कि अगर आप कंप्यूटर या किसी भी इलेक्ट्रॉनिक या अग्नितत्व से रिलेटेड काम करते हैं तो आपके लिए यह बहुत ध्यान देने की जरूरत है कि आप अपने वर्कस्टेशन के पास भूल कर भी एक चीज न रखें. वह चीज ाहै पानी, अगर आप अपने वर्कस्टेशन पर मनी प्लांट, पानी वाला कच्छुआ या शोपीस रख रहे हैं तो आप खुद अपने ग्रहों को उल्टी चाल चलने पर विवश करते हैं.
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ज्योतिषाचार्य प्रीतिका मोजूमदार बताती हैं कि अग्नि तत्व में राहु का वास होता है और पानी में चंद्र का. कभी भी पानी और अग्नि को साथ नहीं रखा जाता है. जब आप अपने वर्कस्टेशन पर मौजूद कंप्यूटर के आसपास पनी रखते हैं तो इसका मतलब होता है आप राहु और चंद्र को करीब ला रहे हैं. ये दोनों ही ग्रह एक दूसरे के विरोधी होते हैं.
क्यों नौकरी पर आता है संकट
प्रीतिका बताती हैं कि चंद्रमा मन का कारक होता है और जब राहु के संपर्क में आता है तो ये दोषयुक्त हो जाता है. ऐसे में आपकी काम करने की क्षमता से लेकर सोच और कार्य करने की गति तक प्रभावित होने लगती है. आप मानसिक विकारों से ग्रस्त हो जाते हैं. आपके मेहनत वाले काम पर पानी फिरने लगता है तो आप और कुंठित और तनाव में आने लगते हैं. काम बेहतर कर के जब परिणाम नहीं मिलता तो मन चिड़चिड़ा होता है और इससे और भी बुरे प्रभाव मिलते हैं.
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चंद्रमा के कारण राहु भी दूषित होता है और मिलते हैं बुरे प्रभाव
चंद्रमा यानी पानी के करीब आने से अग्नि का प्रतीक राहु भी दूषित होता है इससे क्रोध, कलह और चिड़चिड़ापन आने लगता है और ये भी आपके काम को प्रभावित करता है. आपके संबंध खराब होते हैं.
तो अगर आपके वर्कस्टेशन के पास पानी है तो उसे तुरंत हटा दें और भूल कर भी अग्नि तत्व और जल तत्व को साथ न रखें. न केलव ऑफिस बल्कि घर में भी इस बात का ध्यान रखें.
(Disclaimer: यहां दी गई जानकारी सामान्य मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है. डीएनए हिंदी इसकी पुष्टि नहीं करता है.)
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