Today Chandra Darshan Benefits: रात में आज चंद्र दर्शन जरूर करें, चंद्रमा देखने का महत्व और पूजा विधि भी जान लें

Written By डीएनए हिंदी वेब डेस्क | Updated: Feb 21, 2023, 09:32 AM IST

प्रतीकात्मक तस्वीर

Chandra Darshan: अमावस्या के बाद चंद्रमा के दर्शन करना शुभ माना जाता है. अमावस्या के बाद चंद्रमा को देखने की इस परंपरा को चंद्र दर्शन कहते हैं.

डीएनए हिंदी: हिंदू धर्म में चंद्र दर्शन (Chandra Darshan) का विशेष महत्व होता है. अमावस्या के बाद चंद्रमा को देखने की परंपरा को चंद्र दर्शन (Chandra Darshan) कहते हैं. इस दिन चंद्र दर्शन (Chandra Darshan) और चंद्र देव की पूजा अर्चना का विशेष महत्व होता है. पौराणिक कथाओं के अनुसार, चंद्र ग्रह (Chandra Grah) को सभी भगवान के बीच विशेष स्थान दिया गया है. चंद्रमा को अनुकूल ग्रह भी माना जाता है. ऐसे में शुभ समय में चंद्र दर्शन (Chandra Darshan) से विशेष लाभ मिलता है. चलिए जानते है इस साल फरवरी में चंद्र दर्शन कब है. चंद्र दर्शन के महत्व (Chandra Darshan Significance) और इस दिन पूजा विधि (Chandra Darshan Puja Vidhi) के बारे में भी जानते हैं. 

चंद्र दर्शन फरवरी 2023 (Chandra Darshan February 2023)
अमावस्या के बाद शुक्ल पक्ष में चंद्र दर्शन करना शुभ माना जाता है. इस माह का चंद्र दर्शन 21 फरवरी 2023 को है. मगंलवार 21 फरवरी को चंद्र दर्शन का समय शाम को 6 बजकर 15 मिनट से शाम को 7 बजकर 28 मिनट तक होगा. चंद्र दर्शन का समय 1 घंटे 12 मिनट तक रहेगा. 

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चंद्र दर्शन का महत्व (Chandra Darshan Significance)
चंद्र ग्रह को ज्ञान, बुद्धि और मन का स्वामी ग्रह माना जाता है. चंद्र दर्शन (Chandra Darshan) के दिन चंद्रमा के दर्शन (Chandra Darshan) से विशेष लाभ मिलते हैं. लोग भगवान की कृपा पाने के लिए कठोर व्रत और तपस्या करते हैं. चंद्र दर्शन (Chandra Darshan) और पूजा से भक्तों को सौभाग्य और समृद्धि प्राप्त होती है. जीवन से नकारात्मकता को कम करने के लिए चंद्र यंत्र की पूजा करनी चाहिए. ऐसा करने से लाभ मिलता है. इस दिन ब्रह्मणों को दान करने से भी लाभ मिलता है.

चंद्र दर्शन पूजा विधि (Chandra Darshan Puja Vidhi)
- चंद्र दर्शन के लिए दर्शन के मुहूर्त से पहले स्नान करने के बाद सफेद वस्त्र धारण करने चाहिए. 
- स्नान करने और सफेद वस्त्र धारण करने के बाद ही विधि-विधान के साथ पूजा करनी चाहिए. 
- चंद्र दर्शन के दौरान पूजा के समय "ॐ सोम सोमाय नमः" मंत्र का जाप करते हुए चंद्रमा को गंगाजल और दूध का अर्घ्य दें.
- चंद्रमा को अर्घ्य देने के बाद देवता को धूप दिखाएं और खीर का भोग लगाएं. विधि पूर्वक चंद्र दर्शन के समय पूजा करने से भक्तों को सुख-समृद्धि की प्राप्ति होती है. 

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(Disclaimer: यहां दी गई जानकारी सामान्य मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है. डीएनए हिंदी इसकी पुष्टि नहीं करता है.)

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