Padmini Ekadashi 2023: 3 साल बाद बन रहा है पद्मिनी एकादशी का शुभ सयोंग, जानिए शुभ मुहूर्त और पूजा विधि

Written By डीएनए हिंदी वेब डेस्क | Updated: Jul 28, 2023, 12:00 PM IST

3 साल बाद बन रहा है पद्मिनी एकादशी का शुभ सयोंग, जानिए शुभ मुहूर्त और पूजा विधि

Padmini Ekadashi 2023 Shubh Muhurat: 3 साल बाद पद्मिनी एकादशी का शुभ सयोंग बन रहा है, सभी एकादशी में पद्मिनी एकादशी का खास महत्व होता है. यहां जानिए शुभ मुहूर्त व पूजा विधि...

डीएनए हिंदी: हिंदी पंचांग के अनुसार, वैसे तो साल में कुल 24 एकादशियां होती हैं, लेकिन अधिक मास में एकादशियों की संख्या बढ़ जाती हैं और इस बार अधिक मास होने के कारण साल में कुल 26 एकादशी (Padmini Ekadashi 2023) होंगी. शास्त्रों में प्रत्येक एकादशी खास मानी गई है और अधिक मास में आने वाले पद्मिनी एकादशी का विशेष महत्व बताया गया है. बता दें कि पद्मिनी एकादशी इसलिए महत्वपूर्ण मानी गई है क्योंकि यह सिर्फ अधिक मास में ही आती है और अधिक मास हर 3 साल में बनता है. पद्मिनी एकादशी पर पवित्र नदी में स्नान, व्रत, पूजा-पाठ और दान का विशेष महत्व है और इस दिन भगवान विष्णु की आराधना कर भक्त हर मनोकामना Padmini Ekadashi 2023 Date पूर्ति का आशीर्वाद प्राप्त करते हैं. आइए जानते हैं कब है पद्मिनी एकादशी, पूजा मुहूर्त और पूजा विधि...

पद्मिनी एकादशी 2023 शुभ मुहूर्त (Padmini Ekadashi 2023 Shubh Muhurat)

हिंदी पंचांग के अनुसार, इस बार पद्मिनी एकादशी तिथि की शुरुआत 28 जुलाई से दोपहर 2:51 बजे होगी और इसका समापन 29 जुलाई 2023 दोपहर 1:06 बजे हो जाएगा. हपद्मिनी एकादशी की उदया तिथि 29 जुलाई को है यानी एकादशी का व्रत 29 जुलाई दिन शनिवार को रखा जाएगा.

पद्मिनी एकादशी 2023 पूजा मंत्र  (Padmini Ekadashi 2023 Puja Mantra)

पद्मिनी एकादशी के दिन ब्रह्म मुहूर्त में उठकर अपनी दोनों हथेलियों को देखते हुए इस मंत्र का जाप करना चाहिए.

मंत्र -- कराग्रे वसते लक्ष्मी: करमध्ये सरस्वती ।
करमूले तु गोविन्द: प्रभाते करदर्शनम् ।।

यह भी पढ़ें- 2,11,20 और 29 को जन्मे लोगों के लिए कैसा रहेगा साल 2023, ये रहा मूलांक 2 का वार्षिक राशि

जानिए पद्मिनी एकादशी पूजा विधि (Padmini Ekadashi 2023 Puja Vidhi) 

पद्मिनी एकादशी के दिन सुबह ब्रह्म मुहूर्त में उठकर स्नान आदि के बाद सूर्यदेव को अर्घ्य दें और इसके बाद भगवान विष्णु की आराधना करें. इस दिन कसार का प्रसाद और चरणामृत बनाकर भगवान को चढ़ाएं.  इस दिन अपने घर पर किसी ब्राह्मण को बुलाकर उन्हें भोजन जरुर कराएं और उन्हें दक्षिणा दें. बता दें कि एकादशी व्रत से एक दिन पहले कुछ बातों का ख्याल रखना भी बेहद जरूरी है. एकादशी व्रत से एक दिन पहले मांस मछली, प्याज, मसूर की दाल और शहर जैसे खाद्य पदार्थों का सेवन भूलकर भी न करें. इसके अलावा दशमी और एकादशी दोनों दिन ही लोगों को ब्रह्मचर्य का पालन करना चाहिए. 

यह भी पढ़ें-  4,13,22, और 31 को हुआ है जन्म तो जानिए कैसा होगा आने वाला साल, ये रहा मूलांक 4 का वार्षिक राशिफल

पद्मिनी एकादशी महत्व (Padmini Ekadashi 2023 Sgnificance) 

सनातन धर्म में अधिक मास की पद्मिनी एकादशी का खास महत्व माना जाता है. धार्मिक मान्यताओं के अनुसार, जो व्यक्ति सच्चे दिल और पूरी निष्ठा के साथ इस व्रत का पालन करता है उसे भगवान विष्णु के लोक में स्थान मिलता है. इस व्रत को करने से व्यक्ति हर प्रकार की तप तपस्या, यज्ञ और व्रत आदि से मिलने वाले फल के समान फल प्राप्त होता है. साथ ही अधिक मास की एकादशी का व्रत रखने से व्यक्ति को भगवान विष्णु की कृपा प्राप्त होती है और सारे दुख दूर होते हैं.

(Disclaimer: यहां दी गई जानकारी सामान्य मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है. डीएनए हिंदी इसकी पुष्टि नहीं करता है.)

देश-दुनिया की ताज़ा खबरों Latest News पर अलग नज़रिया, अब हिंदी में Hindi News पढ़ने के लिए फ़ॉलो करें डीएनए हिंदी को गूगलफ़ेसबुकट्विटर और इंस्टाग्राम पर