डीएनए हिंदीः उत्तराखंड के नैनीताल में स्थित कैंची धाम (Kainchi Dham)आश्रम में नीम करोली बाबा (Neem Karoli Baba) के दर्शन के लिए बहुत ही दूर-दूर से भक्त आते हैं. नीम करोली बाबा वर्तमान समय के महान संतों में से एक थे. नीम करोली बाबा (Neem Karoli Baba) हनुमान जी (Hanuman Ji) के सच्चे भक्त माने जाते हैं. जबकि कई भक्त उन्हें कलयुग में हनुमान जी (Hanuman Ji) का अवतार मानते हैं. नीम करोली बाबा (Neem Karoli Baba) के भारत ही नहीं बल्कि विदेशों में भी भक्त हैं. नीम करोली बाबा (Neem Karoli Baba) ने 15 जून 1964 को पहली बार कैंची धाम में हनुमान जी की प्रतिमा स्थापित की थी. वह किसी को अपने पैर भी नहीं छूने देते थे.
क्यों नीम करोली बाबा नहीं छूने देते थे अपने पैर
नीम करोली बाबा (Neem Karoli Baba) बहुत ही सादा जीवन जीने में यकीन रखते थे. नीम करोली बाब (Neem Karoli Baba) सभी आडंबरों से दूर रहते थे. उनके पास कई चमत्कारिक सिद्धियां भी थी लेकिन वह आम व्यक्ति की तरह ही जीते थे. यदि कोई नीम करोली बाबा के पैर छूता था तो वह उसे मना कर देते थे. नीम करोली बाबा हनुमान जी के पैर छूने के लिए कहते थे. वह भक्तों को कहते थे कि उनकी जगह हनुमान जी के पैर छूओ वहीं कल्याण करेंगे.
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नीम करोली बाबा के भक्तों में शामिल है कई बड़े नाम
नीम करोली बाबा के कई विदेशी भक्त भी हैं. उनके भक्तों में फेसबुक संस्थापक मार्क जुकरबर्ग, एप्पल कंपनी के संस्थापक स्टीव जॉब्स भी शामिल है. भारत में भी विराट कोहली, नरेंद्र मोदी जैसे बड़े नाम उनके भक्तों में शामिल हैं. नीम करोली बाबा के ऊपर ‘मिरेकल ऑफ लव’ नाम से लिखि पुस्तक में रिचर्ड अल्बर्ट ने कई चमत्कारों के बारे में बताया है.
(Disclaimer: यहां दी गई जानकारी सामान्य मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है. डीएनए हिंदी इसकी पुष्टि नहीं करता है.)
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