डीएनए हिंदी: कार्तिक माह की पूर्णिमा तिथि (Kartik Purnima 2022) पर गंगा में स्नान दान करने का विशेष महत्व है लेकिन इस दिन चंद्र ग्रहण (Chandra Grahan) लगने की वजह से स्नान दान (Snan Dan) करने के समय में बदलाव हुआ है.
दरअसल, इस साल कार्तिक पूर्णिमा यानी 8 नवंबर 2022 को चंद्र ग्रहण लगने वाला है ऐसे में लोगों के मन में गंगा स्नान, दीपदान और पूजा-उपवास को लेकर कई तरह के सवाल उठ रहे हैं, कि आखिर गंगा स्नान कब और कैसे कर पाएंगे. चलिए जानते हैं चंद्रग्रहण के कारण क्या-क्या चीज़ें प्रभावित हो सकती हैं और किस दिन क्या किया जाएगा.
गंगा स्नान पर चंद्र ग्रहण का प्रभाव
इस बार कल यानी 8 नवंबर को कार्तिक पूर्णिमा के दिन चंद्र ग्रहण लगने वाला है ऐसे में सूतक लगने की वजह से कार्तिक पूर्णिमा के अगले दिन गंगा स्नान किया जा सकता है. इस बार गंगा स्नान 9 नवंबर 2022 पड़वा में सुबह किया जाएगा. जो लोग पड़वा नहीं जानते उन्हें बता दें कि प्रत्येक पक्ष की पहली तिथि यानी प्रतिपदा को पड़वा कहा जाता है.
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आज ही कर सकते हैं दीपदान
धार्मिक मान्यताओं के अनुसार कार्तिक पूर्णिमा के दिन दीपदान करने का भी विशेष महत्व है. कार्तिक पूर्णिमा के दिन चंद्र ग्रहण लगने जा रहा है ऐसे में इस बार दो दिन दीपदान किया जा सकता है, 6 नवंबर की शाम को चतुर्दशी तिथि के बाद से आज यानी 7 नवंबर तक दीपदान किया जा सकता है.
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चंद्र ग्रहण की तिथि और समय
साल का आखिरी चंद्र ग्रहण 8 नवंबर दिन मंगलवार के दिन शाम 5 बजकर 28 मिनट से शुरू होगा और शाम 7 बजकर 26 मिनट तक चलेगा. ग्रहण के 9 घंटे पहले से ही सूतक काल शुरू हो जाता है, ऐसे में सूतक सुबह 8 बजकर 10 मिनट पर शुरू होकर शाम 6 बजकर 10 मिनट तक रहेगा.
(Disclaimer: यहां दी गई जानकारी सामान्य मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है. डीएनए हिंदी इसकी पुष्टि नहीं करता है.)
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