Karwa Chauth Vrat 2024 Date: कब रखा जाएगा करवा चौथ का व्रत? जानें पूजा मुहूर्त से लेकर चंद्रदर्शन तक का समय

| Updated: Oct 13, 2024, 01:55 PM IST

 Karwa Chauth 2024 Date

Karwa Chauth 2024 Date: यहां जानें इस बार करवा चौथ का व्रत कब रखा जाएगा, पूजा का शुभ मुहूर्त (Karwa Chauth Puja Muhurat) और चंद्रदर्शन का सही समय क्या है. 

हर साल कार्तिक माह के कृष्ण पक्ष की चतुर्थी तिथि को सुहागिन महिलाएं अपने पति की लंबी उम्र, अच्छे स्वास्थ्य और खुशहाल वैवाहिक जीवन के लिए करवा चौथ (Karwa Chauth) का व्रत रखती हैं. यह व्रत काफी कठिन माना जाता है, क्योंकि इस व्रत में महिलाएं अन्न का सेवन तो दूर, पानी तक नहीं पीती हैं. यानी इस दिन महिलाएं (Karwa Chauth 2024)  निर्जला उपवास रखती हैं. इस दिन पूरे दिन व्रत रखने के बाद शाम को महिलाएं चंद्र देव को अर्घ्य देने के बाद पारण करती हैं. ऐसे में आइए जानते हैं इस बार करवा चौथ का व्रत कब (Karwa Chauth 2024 Date) रखा जाएगा, पूजा का शुभ मुहूर्त और चंद्रदर्शन का सही समय क्या है. 

कब रखा जाएगा करवा चौथ का व्रत? (Karwa Chauth 2024 Date)
पंचांग के अनुसार, इस बार कार्तिक माह की कृष्ण पक्ष की चतुर्थी तिथि का आरंभ 20 अक्टूबर को प्रात: काल 06:46 मिनट पर होगा, जो अगले दिन 21 अक्टूबर को सुबह 04:16 मिनट पर समाप्त हो जाएगा. ऐसे में उदयातिथि के अनुसार करवा चौथ का व्रत 20 अक्टूबर 2024 को रखा जाएगा. आइए जानते हैं इस दिन पूजा का शुभ मुहूर्त और चंद्रोदय के सही समय क्या है...  

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पूजा का शुभ मुहूर्त (Karwa Chauth 2024 Puja Muhurat)
पंचांग के अनुसार इस दिन यानी 20 अक्टूबर को पूजा का शुभ मुहूर्त शाम को 05 बजकर 46 मिनट से लेकर रात 07 बजकर 02 मिनट तक है. यानि करवा चौथ के दिन व्रती महिलाओं को पूजा के लिए केवल 1 घंटा 16 मिनट का ही शुभ समय प्राप्त होगा.

करवा चौथ 2024 चंद्रोदय का सही समय (Karwa Chauth 2024 Moonrise Timing)
द्रिक पंचांग के अनुसार, 20 अक्टूबर को करवा चौथ के दिन चंद्रोदय शाम 7 बजकर 55 मिनट पर होगा. ऐसे में करवा चौथ के दिन 7 बजकर 55 मिनट के बाद व्रत का पारण कर सकती हैं.    

करवा चौथ व्रत के जरूरी नियम

- ज्योतिषाचार्यों के मुताबिक करवा चौथ व्रत का आरंभ सूर्योदय से पहले हो जाता है और पारण चांद निकलने के बाद किया जाता है. 

- इस व्रत में चन्द्र देव के दर्शन के बाद ही ये व्रत का पारण करने का नियम है. 

- इस दिन शाम को चंद्रोदय से पहले भगवान शिव, माता पार्वती, गणेश जी, नंदी महाराज और कार्तिकेय जी यानी शिव परिवार की पूजा की जाती है. 

- वास्तु के अनुसार, शिव परिवार की पूजा करते समय मुख पूर्व दिशा की तरफ रखना चाहिए, क्योंकि इस दिशा में मुख करके पूजा करना शुभ माना जाता है. 

(Disclaimer: हमारा लेख केवल जानकारी प्रदान करने के लिए है. ये जानकारी सामान्य रीतियों और मान्यताओं पर आधारित है.)

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