डीएनए हिंदीः गंगाजल घर में रखना वस्तु की दृष्टि से बहुत शुभ होता है लेकिन देवी गंगा की मूर्ति को रखना सही नहीं माना जाता है. ज्योतिषाचार्य प्रीतिका मौजूमदार से चलिए जाने की आखिर इसके पीछे वजह क्या है.
शास्त्रों के अनुसार मान्यता है कि, मां गंगा एक नदी हैं और नदी का स्वभाव होता है बहना. ऐसे में अगर घर में गंगा मां की मूर्ति रखी जाए तो यह बहाव को दर्शाता है. यानी कि घर में कुछ भी स्थिर नहीं है, सब कुछ अस्थिर और बह जाने वाला होता है. वास्तु में मां गंगा की प्रतिमा को रखना अस्थिरता को बताता है.
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घर में गंगा की मूर्ति रखने से होते है ये नुकसान
- घर का धन, घर की शांति, घर की खुशियां आदि कुछ भी लंबे समय तक नहीं टिकता.
- मां लक्ष्मी (मां लक्ष्मी की पूजा के नियम) का वास भी घर से विलुप्त होने लगता है.
- घर की सुख-समृद्धि चली जाती है.
- घर की सुख, समृद्धि, शांति, संपन्नता, धन, तरक्की आदि सभी बाधित होनी लगती है.
- मां गंगा को लोगों के मैल साफ करने का श्राप मिला है इसलिए घर में इन्हे रोकना ठीक नहीं. हालांकि गंगाजल पवित्र होता है तभी पाप और लोगों के बुरे कर्म साफ होते हैं.
- गंगा असल में एक जल का रूप हैं इसलिए उन्हें घर में बांधना उचित नहीं है.
- उनकी मूर्ति घर में रखने का अर्थ है सभी के पापों का आपके घर में रखना. ऐसे में आपको दूसरों के पापों का फल भी भोगना पड़ सकता है.
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इसलिए घर में गंगाजल रखना शुभ और देवी गंगा की प्रतिमा रखना वर्जित माना गया है.
(Disclaimer: यहां दी गई जानकारी सामान्य मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है. डीएनए हिंदी इसकी पुष्टि नहीं करता है.)
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