Kharmas 2023 Upay: खरमास की शुरुआत के साथ करें ये उपाय, भगवान विष्णु के साथ प्रसन्न होंगे ग्रहों के राजा सूर्यदेव

Written By नितिन शर्मा | Updated: Dec 17, 2023, 09:21 AM IST

अगले एक महीने तक खरमास रहेगा. ऐसे में खरमास में कुछ एक उपाय करने मात्र से ही भगवान की कृपा प्राप्त होती है. सभी तरह के कष्ट और पाप नष्ट हो जाते हैं. 

डीएनए हिंदी: (Kharmas 2023 Upay) खरमास में शुरुआत के साथ ही मांगलिक कार्यों में रोक लग जाती है. खरमास की शुरुआत ग्रहों के राजा सूर्य देव के धनु राशि में प्रवेश करने पर लगते हैं. ज्योतिष शास्त्र की मानें तो इस दौरान सूर्यदेव गुरु बृहस्पति की सेवा करते हैं. यह समय एक महीने तक का होता है. खरमास साल में दो बार लगते हैं. इस बार खरमास की शुरुआत 16 दिसंबर से हो चुकी है. खरमास के दौरान कुछ उपाय करने से भगवान विष्णु की कृपा प्राप्त होती है. सूर्यदेव भी ऐसे व्यक्तियों से प्रसन्न होकर उनकी सभी मनोकामनाओं को पूर्ण करते हैं. भगवान व्यक्ति के भाग्य को जगाते हैं. 

इस बार खरमास 16 दिसंबर 2023 से लेकर 15 जनवरी 2024 तक रहेंगे. इसके बाद सूर्य मकर राशि में प्रवेश करेंगे. इसे मकर संक्रांति भी कहा जाता है. इसके बाद से एक बार फिर मांगलिक कार्य शुरू हो जाएंगे. शादी विवाह से लेकर गृह प्रवेश कई शुभ मुहूर्त बनेंगे. हालांकि खरमास के दौरान कुछ उपाय बताए गये हैं, जिन्हें आजमानें से व्यक्ति के भाग्य का सितारा चमक उठता है. भगवान विष्णु के साथ ही सूर्य का साथ मिलता है. कुंडली में सूर्य की स्थिति मजबूत होती है. 

खरमास करें ये उपाय

-खरमास में अगर आप हर दिन सूर्य को जल नहीं दे पा रहे हैं तो रविवार के दिन जरूर दें. रविवार का दिन सूर्य देव का प्रिय होता है. इस दिन सूर्यदेव को जल अर्पित करने से उनकी कृपा प्राप्त होती है.

-खरमास के दौरान महादेव के साथ ही भगवान विष्णु और सूर्यदेव की पूजा करनी चाहिए. इससे भगवान की विशेष कृपा प्राप्त होती है. 

-खरमास के दौरान हर दिन भगवान सूर्य को जल अर्पित करना चाहिए. ऐसा करने से कुंडली में सूर्य की स्थिति मजबूत होती है. 

-खरमास के दौरान भगवान का नाम लेना बहुत ही फलदायक होता है. इसमें सत्यनारायण भगवान की कथा कराने से लेकर सुनने से विशेष फल प्राप्त होता है. 

-खरमास में विशेष रूप से जप तप करने चाहिए. दान और स्नान करने पर भी भगवान का आशीर्वाद प्राप्त होता है और कष्ट दूर हो जाते हैं. 

-अगर आपकी कुंडली में गुरु बृहस्पति कमजोर स्थिति में हैं तो गुरुवार के दिन विधिवत पूजा अर्चना करें. ऐसा करने से भगवान विष्णु प्रसन्न होते हैं. गुरु ग्रह भी मजबूत स्थिति में आता है. 

(Disclaimer: हमारा लेख केवल जानकारी प्रदान करने के लिए है. अधिक जानकारी के लिए हमेशा किसी विशेषज्ञ से परामर्श करें.)

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