Kharmas 2024: 14 मार्च से हो रही है खरमास की शुरुआत, कई शुभ कार्यों पर लगेगी रोक, जानें कब होगा इसका समापन

Written By Aman Maheshwari | Updated: Mar 12, 2024, 09:39 AM IST

Kharmas March 2024

Kharmas Start And End Date: खरमास महीने की शुरुआत 14 मार्च से हो रही है इस दौरान कई कार्यों पर रोक रहेगी. आइये आपको इसके बारे में बताते हैं.

Kharmas 2024: ज्योतिष शास्त्र के अनुसार, सूर्य की धनु और मीन में प्रवेश करने से खरमास की शुरुआत होती है. हिंदू धर्म में खरमास (Kharmas) का संबंध सूर्य देव से माना जाता है. इस दौरान शुभ कार्यों को करने पर रोक लग जाती है. ज्योतिष गणना के मुताबिक साल में दो बार खरमास लगता है. 14 मार्च 2024 को साल का पहला खरमास (Kharmas March 2024) शुरू होने वाला है. चलिए आपको बताते हैं कि इस दौरान किन कार्यों को करने पर रोक होती है. साथ ही जानते है कि खरमास कब समाप्त (Kharmas Date 2024) हो रहा है.

खरमास मार्च 2024 (Kharmas March 2024)
मार्च महीने में खरमास की शुरुआत सूर्य के कुंभ राशि से निकलकर मीन में प्रवेश करने से हो जाएगी. 14 मार्च को दोपहर 12 बजकर 36 मिनट पर सूर्य कुंभ राशि में प्रवेश करेंगे. इसी समय से खरमास शुरू हो जाएगा जो सूर्य देव के मीन राशि से मेष में प्रवेश करने पर 13 अप्रैल को समाप्त होगा. इस अवधि के दौरान कई शुभ कार्यों को करने से बचना चाहिए.


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खरमास में भूलकर भी न करें ये काम (Kharmas Dos And Don'ts)
- खरमास में कई सारे मांगलिक कार्य नहीं करने चाहिए. इस दौरान कई कार्य शुभ नहीं माने जाते हैं. खरमास में विवाह नहीं करना चाहिए.
- खरमास के दौरान मुंडन, गृह प्रवेश और सगाई आदि शुभ कार्य भी वर्जित होते हैं. खरमास में इन्हें करना अशुभ होता है.
- मान्यताओं के अनुसार, खरमास में कपड़े, संपत्ति और गाड़ी आदि की खरीदारी करना भी सही नहीं माना जाता है.
- यह समय बहू और बेटी की विदाई के लिए भी अच्छा नहीं होता है. खरमास में बहू-बेटी की विदाई नहीं करना चाहिए.

खरमास में सूर्य देव की पूजा में इन मंत्रों का अवश्य करें जाप (Surya Puja Mantra)
- ॐ सूर्याय नम:
- ॐ घृणि सूर्याय नम:
- ॐ ह्रीं ह्रीं सूर्याय सहस्रकिरणराय मनोवांछित फलम् देहि देहि स्वाहा
- ॐ ऐहि सूर्य सहस्त्रांशों तेजो राशे जगत्पते, अनुकंपयेमां भक्त्या, गृहाणार्घय दिवाकर:
- ॐ ह्रीं घृणिः सूर्य आदित्यः क्लीं ॐ

(Disclaimer: यहां दी गई जानकारी सामान्य मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है. डीएनए हिंदी इसकी पुष्टि नहीं करता है.)

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