Basic Rules to Wear Gemstones : पहन रहें हैं रत्न तो ज़रूर रखें इन 5 बातों का ध्यान 

डीएनए हिंदी वेब डेस्क | Updated:Jul 28, 2022, 06:43 PM IST

Gemstones 

Basic Rules to Wear Gemstones : मोती, मूंगे और नीली सरीखे अपारदर्शी रत्न  3 से 10 कैरेट तक के होने चाहिए. इनसे कम वजन वाले रत्नों के नकारात्मक प्रभाव हो सकते हैं. जानिए ऐसी और कौन सी बातें हैं जिनका ख़याल रत्नों को पहनते हुए रखा जाना चाहिए.  

डीएनए हिंदी : हीरे जवाहिरात केवल ऐश्वर्य का सूचक नहीं होते हैं. ज्योतिष शास्त्र के मुताबिक़ रत्नों (Gemstone Astrology) का बड़ा प्रभाव हमारे ग्रह और नक्षत्रों पर पड़ता है. इसलिए ज़रूरी है कि जब भी हम कोई भी रत्न चुनें, उसे लेकर कुछ बातों का ज़रूर ख़याल रखें, मसलन पारदर्शी रत्न दो कैरेट से अधिक के होने चाहिए. साथ ही मोती, मूंगे और नीली सरीखे अपारदर्शी रत्न  3 से 10 कैरेट तक के होने चाहिए. इनसे कम वजन वाले रत्नों के नकारात्मक प्रभाव (Impact of Gemstones) हो सकते हैं. जानिए ऐसी और कौन सी बातें हैं जिनका ख़याल रत्नों को पहनते हुए रखा जाना चाहिए.  


कैरेट से न मापें Gemstones की क्वॉलिटी 
यह हकीकत है कि रत्नों के भार निश्चित सीमा से ऊपर होने चाहिए पर इस आधार पर यह नहीं तय करना चाहिए कि जेमस्टोन शुद्ध है. रत्नों की शुद्धता उसके रंग, कट, क्लैरिटी और उन हालात पर निर्भर करती है कि किन हालात में उनका खनन किया गया. 


मृत शरीर से छू जाएं रत्न तो नहीं कम होता है प्रभाव 
अक्सर लोगों को लगता है कि रत्न अगर मृत शरीर से छू जाएं तो रत्नों के प्रभाव कम हो जाते हैं. तथ्यों के मुताबिक़ ऐसा नहीं होता है. मृत शरीर से छूने पर रत्नों की आभा या प्रभाव कम नहीं होता है. 


कभी भी पहन सकते हैं रत्नों को 
रत्नों को चौबीस घंटे में किसी भी पहर पहना जा सकता है. हालांकि इसे उतारने का समय तय होना चाहिए. मांसाहार करते हुए या सेक्स करते हुए भी रत्नों को उतारने की आवश्यकता नहीं पड़ती है. ग्रहण या बिजली कड़कने के दौरान भी रत्नों का असर कम नहीं होता है. 


सही मेटल में ही पहनें सही रत्न 
Gemstone पर सूरज की किरणों का असर ज़रूर पड़ता है. माना जाता है कि रत्नों को उनके लिए निर्धारित धातु के अतिरिक्त किसी भी अन्य धातु में नहीं पहना जाना चाहिए. 

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धूल नहीं होनी चाहिए Gemstone पर 
रत्नों को लेकर एक ज़रूरी बात यह है कि इन पर धूल एकदम नहीं होना चाहिए. साथ ही चाहे वे पेन्डेन्ट में हों अथवा अंगूठी में, उनका निचला हिस्सा कभी बंद नहीं होना चाहिए. 

(Disclaimer: यहां दी गई जानकारी सामान्य मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है. डीएनए हिंदी इसकी पुष्टि नहीं करता है.) 

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