Marghat Wale Baba: आखिर क्यों 'मरघट वाले बाबा' के नाम से प्रसिद्ध है हनुमान जी का ये मंदिर

डीएनए हिंदी वेब डेस्क | Updated:Jan 30, 2023, 06:35 AM IST

मरघट वाले बाबा

Marghat Wale Baba: यमुना बाजार का यह मंदिर मरघट वाले बाबा के नाम से प्रसिद्ध है. मंदिर के इस नाम के पीछे एक कहानी है.

डीएनए हिंदी: दिल्ली में हनुमान जी के बहुत से प्रसिद्ध मंदिर मौजूद है. करोल बाघ स्थित संकट मोचन मंदिर, चाणक्यपुरी का प्राचीन श्री हनुमान मंदिर (Hanuman Mandir) और भी कई ऐसे मंदिर हैं जिनकी हनुमान जी के भक्तों के बीच बहुत मान्यता है. हनुमान जी का एक मंदिर दिल्ली के यमुना बाजार (Delhi Yamuna Bazar) इलाके में भी है.

यह मंदिर कश्मीरी गेट के पास है. इस मंदिर की भक्तों के बीच बहुत मान्यता है, यहां पर हर मंगलवार और शनिवार को हजारों की संख्या में भक्त दर्शन के लिए आते है. यमुना बाजार का यह मंदिर मरघट वाले बाबा (Marghat Wale Baba) के नाम से प्रसिद्ध है. मरघट वाले बाबा (Marghat Wale Baba Temple) के मंदिर की एक कहानी है इसी से आपको ये भी पता चल जाएगा कि बजरंगबली के इस मंदिर को मरघट वाले बाबा (Marghat Wale Baba) के नाम से क्यों जाना जाता है.

हनुमान जी ने इस जगह पर किया था विश्राम
मान्यताओं के अनुसार, रामायण काल में जब हनुमान जी लक्ष्मण के लिए संजीवनी बूटी लेकर जा रहे थे तब बजरंगबली यहां पर विश्राम के लिए रूके थे. हनुमान जी ऊपर से जा रहे थे तभी उन्होंने यहां पर यमुना नदी देखी और रूक गए. हनुमान जी ने नीचे आकर देखा कि यहां पर श्मशान घाट है. हनुमान जी के आते ही श्मशान घाट में सभी बुरी आत्माओं में हाहाकार मच गया. हनुमान जी ने यहां पर मौजूद सभी आत्माओं को मुक्ति प्रदान की थी. यहां पर मरघट होने की वजह से ही इस मंदिर को मरघट वाले बाबा के नाम से जाना जाता है.

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यमुना जी करती है बजरंगबली के दर्शन
दिल्ली के यमुना बाजार में स्थित मरघट वाले बाबा के मंदिर में हनुमान जी की मूर्ति जमीन के करीब 7 से 8 फीट चीचे तक हैं. हनुमान जी का यह मंदिर पहले यमुना नदी के किनारे पर था लेकिन नदी के धीरे-धीरे सूखने के साथ यह यमुना से दूर हो गया है. यहां के साधुओं के अनुसार, यमुना जी हनुमान जी के दर्शन के लिए यहां कई बार आती है. जब उनका दर्शन करने का मन होता है तब नदी का स्तर बढ़ जाता है. यमुना का विशाल रूप मंदिर तक आ जाता है. यहां पर मंदिर के पास आज भी श्मशान घाट स्थित है. मान्यता है कि यहां पर हनुमान जी सभी को पार लगाते है. 

(Disclaimer: यहां दी गई जानकारी सामान्य मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है. डीएनए हिंदी इसकी पुष्टि नहीं करता है.) 

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