Temple Fact: इस मंदिर में महिलाओं के वेश पुरुष करते हैं पूजा, दर्शन करने से मिलती है सरकारी नौकरी और सुंदर पत्नी

डीएनए हिंदी वेब डेस्क | Updated:Mar 25, 2023, 01:31 PM IST

प्रतीकात्मक तस्वीर

Kottankulangara Devi Temple: दक्षिण भारत के केरल में स्थित ‘कोट्टनकुलंगरा देवी’ के मंदिर में पुरुषों का प्रवेश वर्जित माना जाता है.

डीएनए हिंदी: आपने कई ऐसे मंदिरों के बारे में सुना होगा जहां पर महिलाओं के आने पर पाबंदी होती है. हालांकि यह सिर्फ हिंदू धर्म (Hindu Dharma) में ही नहीं बल्कि दूसरे धर्मों के धार्मिक स्थल भी हैं जहां पर महिलाओं के जाने की पाबंदी होती है. महिलाओं के लिए धार्मिक स्थलों पर अनुमति न होने की बात भले ही साधारण हो. लेकिन जब आप एक ऐसे मंदिर (Kottankulangara Devi Temple) के बारे में सुनेंगे, जहां पर पुरुषों को जाने की अनुमति नहीं है तो आप हैरान हो जाएंगे. दरअसल, दक्षिण भारत के केरल में स्थित ‘कोट्टनकुलंगरा देवी’ के मंदिर (Kottankulangara Devi Temple) में पुरुषों का प्रवेश वर्जित माना जाता है. इस मंदिर नें सिर्फ महिलाओं और किन्नरों को ही जाने की अनुमति है. हालांकि पुरुष महिलाओं की तरह श्रृंगार करके मंदिर में जा सकते हैं. ऐसी मान्यता है कि यहां पर दर्शन करने से सुंदर पत्नी और सरकारी नौकरी मिलती है. चलिए आज इस मंदिर (Kottankulangara Devi Temple) और इससे जुड़ी इस परंपरा के बारे में जानते हैं.

महिलाओं की तरह श्रृंगार कर पुरुषों को मिलती है एंट्री 
दक्षिण भारत के केरल राज्य के कोल्लम जिले में स्थित इस ‘कोट्टनकुलंगरा देवी’ के मंदिर (Kottankulangara Devi Temple) में पुरुषों को महिलाओं की तरह सजने-संवरने और साड़ी पहनने के बाद एंट्री मिलती है. पुरुषों के महिलाओं की तरह तैयार होने के बाद ही मनोकामना पूरी होती है.

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कोट्टनकुलंगरा देवी मंदिर से जुड़े रहस्य (Kottankulangara Devi Temple Mystery)
स्थानीय लोगों के अनुसार इस मंदिर में देवी की मूर्ति स्वंय प्रकट हुई थी. इसी कारण मंदिर के गर्भग्रह पर छत भी नहीं है. ऐसा माना जाता है सबसे पहले माता की मूर्ति की पूजा कुछ चरवाहों ने महिलाओं के वस्त्र में की थी. जिसके बाद से आज भी महिलाओं के वस्त्र पहनकर ही पुरुष पूजा करते हैं. मंदिर में प्रवेश करने से पहले पुरुषों के श्रृंगार के लिए श्रृंगार कक्ष बनाया गया है. यहां पर आए पुरुष अपनी पत्नी, बहन और मां की मदद से तैयार हो सकते हैं. सिर्फ महिलाओं के कपड़े पहनना ही काफी नहीं होता है बल्कि पूरे श्रृंगार करने होते हैं.

चाम्याविलक्कू उत्सव (Chamayavilakku Festival)
केरल के कोट्टनकुलंगरा देवी मंदिर में हर साल 23 और 24 मार्च को चाम्याविलक्कू उत्सव मनाया जाता है. मान्यताओं के अनुसार, इस उत्सव के दौरान पुरुष महिलाओं की तरह तैयार होकर दर्शन करें तो उनको सुंदर पत्नी मिलती है. यहां पूजा करने से पुरुषों को सुंदर पत्नी और सरकारी नौकरी मिलती है यहीं कारण है कि इस उत्सव के दौरान हजारों की संख्या में लोग यहां पहुंचते हैं.

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(Disclaimer: यहां दी गई जानकारी सामान्य मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है. डीएनए हिंदी इसकी पुष्टि नहीं करता है.)

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