डीएनए हिंदी: हिंदू पंचाग के अनुसार, भाद्रपद माह के कृष्ण पक्ष की अष्टमी को कृष्ण जन्माष्टमी का त्योहार मनाया जाता है. इस दिन श्री कृष्ण का जन्म हुआ था. इस बार 6 सितंबर को यह त्योहार मनाया जाएगा. इस दिन लोग श्री कृष्ण का व्रत करने के साथ ही घर में लड्डू गोपाल जी को भोग प्रसाद लगाते हैं. उनकी पूजा अर्चना करने के साथ आराधना करते हैं. भगवान का श्रृंगार करते हैं. इसे भगवार श्री कृष्ण मनोकामना पूर्ति करते हैं.
कृष्ण जन्माष्टमी पर बाल गोपाल लड्डू गोपाल जी का श्रृंगार करने के साथ सुंदर वस्त्र बांसुरी मोर पंख लगाया जाता है. उन्हें बहुत ही अच्छे से सजाया जाता है. श्रृंगार में कई ऐसी चीजें शामिल की जाती हैं, जो भगवान श्री कृष्ण की प्रिय हैं. लड्डू गोपाल जी को माखन मिश्री का भोग प्रसाद भी खिलाया जाता है. इसी के बाद भक्त श्री कृष्ण के अद्भुत दर्शन करते हैं.
लड्डू गोपाल जी को घर में लाकर इन नियमों का करें पालन, भगवान श्री कृष्ण की होगी कृपा
भगवान के श्रृंगार में शामिल की जाती हैं ये 8 चीजें
-भगवान श्री कृष्ण को मोर पंख बहुत ही प्रिय है. श्री कृष्ण को मोर मुकुट जरूर पहनाना चाहिए. जन्माष्टमी के दिन इसे पहनाने भगवान मनोकामनाओं को पूर्ण करते हैं. लड्डू गोपाल जी प्रसन्न होते हैं. अपनी कृपा करते हैं.
-लड्डू गोपाल जी को दूसरी और सबसे ज्यादा प्रिय अपनी बांसुरी है. वह एक क्षण भी बांसुरी को दूर नहीं करते थे. उनकी बांसुरी सुनकर राधा रानियों से लेकर सखियां तक तृप्त हो जाती हैं. इसीलिए लड्डू गोपाल के हाथों में बांसुरी जरूर दें.
-कृष्ण जन्माष्टमी पर भगवान को मोर पंख या फिर फूल वाले वस्त्र पहनाना बहुत ही शुभ होता है. इसकी वजह भगवान को दोनों ही चीजों का अति प्रिय होना है.
-जन्माष्टमी पर लड्डू गोपाल जी को मोतियों की माला पहनाएं.
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-भगवान श्री कृष्ण को तैयार करते समय बाल गोपाल के माथे पर चंदन का टीका लगाना चाहिए. ऐसा करने जीवन में शांति आती है.
-जन्माष्टमी के दिन बाल गोपाल की पूजा अर्चना करने के साथ ही उन्हें चांदी और सोने के कड़े पहनाने चाहिए.
-भगवान के कानों में सोने या चांदी के कुंडल जरूरी पहनाएं. इसे भगवान प्रसन्न होते हैं.
-भगवान श्री कृष्ण की कृपा पाने के लिए लड्डू गोपाल के पैरों में चांदी से बनी पाजेब या पायल जपल जरूर अर्पित करें.
(Disclaimer: यहां दी गई जानकारी सामान्य मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है. डीएनए हिंदी इसकी पुष्टि नहीं करता है.)
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