Mahavir Swami: कल जैन समाज मनाएगा महावीर स्वामी का मोक्ष कल्याणक पर्व, अर्पित किया जाएगा निर्वाण लाड़ू 

डीएनए हिंदी वेब डेस्क | Updated:Oct 24, 2022, 02:26 PM IST

कल जैन समाज मनाएगा महावीर स्वामी का मोक्ष कल्याणक पर्व

Moksha Kalyanak Parv: जैन समाज कल यानी 25 अक्टूबर को भगवान महावीर का मोक्ष कल्याणक पर्व मनाएगा जानिए कैसे होती है पूजा और कब चढ़ाया जाएगा निर्वाण लाड़ू.

डीएनए हिंदी: (Bhagwan Mahavir Swami Moksha Kalyanak Parv 2022)  दिगंबर जैन समाज 25 अक्टूबर को भगवान महावीर (Mahavir Swami) स्वामी का मोक्ष कल्याणक पर्व यानी निर्वाण दिवस मनाएगा. जैन समाज में महावीर स्वामी का निर्वाण दिवस दीपावली के दिन मनाया जाता है. इस वर्ष तिथि में उतार-चढ़ाव के नाते

24 अक्टूबर को दोपहर के बाद अमावस्या होगी. क्योंकि  महावीर स्वामी की मुक्ति कार्तिक अमावस्या के अंतिम प्रहर में हुई थी और शाम को गौतम गांधार को ज्ञान प्राप्त हुआ था इसलिए अमावस्या के दिन सुबह निर्वाण के लाड़ू भगवान को अर्पित किए जाएंगे. ऐसे में जैन समाज 25 अक्टूबर यानी कल सुबह महावीर स्वामी की मुक्ति का उत्सव मनाएगा. 

ऐसे होगी पूजा 

25 अक्टूबर को सभी दिगंबर मंदिरों में भगवान का अभिषेक और शांतिधारा होगा. जिसके बाद निर्वाण कांड का पाठ किया जाएगा और निर्वाण के लाड़ू भगवान को अर्पित किए जाएंगे.  इस दौरान दिगंबर मंदिरों में आकर्षक सजावट की जाएगी. दोपहर 3.20 से शाम 4 बजे तक भगवान को निर्वाण लाड़ू चढ़ाने के बाद ही दीपावली की पूजा की जाएगी. इस बार सूर्य ग्रहण सुबह 4.04 बजे से शुरू होगा, जो शाम 5.57 बजे तक चलेगा. ऐसे में ग्रहण से पहले ही पूजा कर उनका  विसर्जन कर दिया जाएगा.

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सूतक का जैन धर्म में नहीं है कोई प्रवधान

ग्रहण में सूतक लगने की बात, जैन धर्म में नहीं, वैष्णव धर्म में आती है. इसलिए वैष्णव धर्म में सूर्य ग्रहण से 12 घंटे पहले ही मंदिरों के द्वार बंद कर दिए जाते हैं, ऐसे में 25 अक्टूबर मंगलवार को 4:30 बजे शुरू होने वाले सूर्य ग्रहण से 12 घंटे पूर्व यानी सुबह से ही मंदिरों को बंद कर दिया जाएगा.  लेकिन जैन धर्म में कभी मंदिरों के द्वार , पूजा , प्रक्षाल आदि नहीं बंद किए जाते. इसलिए यहां दीपावली 25 अक्टूबर को ही मनाई जाएगी यानी श्री वर्धमान स्वामी का 2549वां मोक्ष कल्याणक पर निर्वाण लाड़ू प्रातः काल में मंदिरों में और शाम को घरों में गौतम गणधर स्वामी के ज्ञान कल्याणक मनाया जाएगा.

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(Disclaimer: यहां दी गई जानकारी सामान्य मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है. डीएनए हिंदी इसकी पुष्टि नहीं करता है.)

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