Shivling Puja Tips: शिवलिंग पर जल चढ़ाने के साथ इन 3 स्थानों पर करेंगे स्पर्श तो बीमारी और बाधाओं से मिल जाएगी मुक्ति

नितिन शर्मा | Updated:Mar 16, 2024, 11:35 AM IST

हिंदू धर्म में देवों के देव महादेव भगवान शिव को सबसे जल्द प्रसन्न होने वाला देव बताया गया है. भगवान की शिवलिंग पर जल अर्पित करने के साथ ही 3 जगहों पर स्पर्श करने से मनोकामना पूर्ण हो जाती है. व्यक्ति के जीवन में चल रही समस्याएं दूर हो जाती है.

Shivling Puja Vidhi: भगवान शिव को कई अलग अलग नाम से पुकारा जाता है. कोई महादेव तो कोई भोलेनाथ (Bholenath Worship) पुकारता है. कहते हैं देवों के देव महादेव को सभी देवी देवताओं में प्रसन्न करना सबसे आसान है. भोलेनाथ की शिवलिंग पर केवल जल अर्पित (Lord Shiva Offer Water) करने मात्र से ही भगवान की कृपा प्राप्त होती है, लेकिन कुछ लोग शिवलिंग पर जल चढ़ाने को लेकर असमंजस में रहते हैं. वह जानना चाहते हैं कि शिवलिंग पर कैसे और किस प्रकार पूजा अर्चना करने पर भोलेनाथ जल्द मनोकामना पूर्ण करते हैं तो आइए जानते हैं ज्योतिषाचार्य प्रीतिका मोजुमदार से कैसे शिवलिंग पर जल अर्पित करने के साथ ही स्पर्श करने मात्र से ही दुख, रोग, कष्ट और बाधाओं से मुक्ति मिल जाएगी. इसके लिए आपको शिवलिंग पर तीन जगहों पर स्पर्श करना होगा... 

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शिवलिंग में बसता है महादेव का परिवार

शिवलिंग में भगवान शिव के अलावा माता पार्वती, महादेव के पुत्र गणेश, कार्तिकेय और पुत्री अशोक सुंदरी भी विराजती हैं. ऐसे में शिवलिंग पर जल अर्पित करने से पूरा शिव परिवार प्रसन्न होता है. वहीं जल अर्पित करने के साथ ही शिवलिंग के कुछ हिस्सों को स्पर्श करने मात्र से सभी मनोकामनाएं पूर्ण हो जाती हैं. भगवान शिव के साथ ही माता पार्वती व्यक्ति को अच्छा स्वास्थ और सफलता का वरदान देते हैं. आइए जानते हैं शिवलिंग पर ऐसी तीन जगह, जहां स्पर्श करने से भगवान का आशीर्वाद प्राप्त होता है. 

पहला स्थान

शिवलिंग पर जल अर्पित करने के बाद आगे के हिस्से में बने दाएं और बाएं स्थान को छुंए. शास्त्रों की मानें तो यहां पर भगवान गणेश और कार्तिकेया विराजमान होते हैं. यहां चढ़ाने के बाद कम से कम 5 से 7 बार अपने हाथों से दबाने और छूने मात्र से व्यक्ति के संतान सुख की कामना पूर्ण हो जाती है. अगर आपका बच्चा बीमार है तो शिवलिंग के दो स्थानों पर प्रतिदिन स्पर्श मात्र से ठीक हो सकता है. मनोकामना की पूर्ति होगी. 

दूसरा स्थान

शिव पुराण के अनुसार, शिवलिंग पर चढ़ाने के बाद जहां से जल नीचे की तरफ प्रवाहित होता है. वहां बीच के स्थान पर महादेव की पुत्री अशोक सुंदरी का वास होता है. यहां पर बेलपत्र को छूकर शिवलिंग पर अर्पित करने से व्यक्ति की सभी कामनाएं पूर्ण हो जाती है. नियमित रूप से इस जगह पर जल अर्पित करने के साथ ही स्पर्श मात्र से विवाह में आ रही अड़चने दूर हो जाती है. मांगलिक दोषों से भी छुटकारा मिलता है. 

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तीसरा स्थान

भगवान महादेव की शिवलिंग के चारों तरफ गोल स्थान पर माता पार्वती विराजमान होती है. इस स्थान को अपने हाथों से स्पर्श कर जल अर्पित करने से माता पार्वती प्रसन्न होती है. वह जीवन में आ रही बाधाओं को दूर कर गंभीर से गंभीर बीमारियों से निजात दिलाती हैं. व्यक्ति को शांति और सौभाग्य की प्राप्ति होती है. 

(Disclaimer: यहां दी गई जानकारी सामान्य मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है. डीएनए हिंदी इसकी पुष्टि नहीं करता है.) 

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