डीएनए हिंदी: शारदीय नवरात्र के साथ ही रामलीला के आयोजन की शुरुआत हो जाएगी. देशभर में कई सारी समिति रामलील का आयोजन कराती है. इन्हीं में एक से उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में मुस्लिम परिवार है, जो हर साल रामलीला का आयोजन करता है. यह परिवार पिछली तीन पीढ़ियों से रामलीला का आयोजन और मंचन कर रहा है. इस मुस्लिम परिवार ने सांप्रदायिक सद्भाव का संदेश देते हुए 1972 से इसका मंच शुरू किया था. इस परिवार के लोग रामलीला में भगवान श्री राम, लक्ष्मण और रावण की अलग अलग भूमिकाएं निभाते हैं.
लखनऊ के बख्शी का तालाब इलाके में रहने वाला यह परिवार रामलीला का आयोजन करता है. इसमें मोहम्मद साबित खान निर्देशक की भूमिका निभाते हैं. वह हर साल अपने सभी का काम छोड़कर 15 दिनों तक रामलीला की तैयारी और मंचन करते हैं. जानकारी के अनुसार, यह रामलीला आज से सालों पूर्व 1972 में शुरू हुई. इसका आयोजन और मंचन हिंदू और मुस्लिम दोनों ही धर्म के लोग करते हैं. खान ने बताया कि वह 13 साल की उम्र से ही रामलीला का समिति का हिस्सा हैं. वह मंचन और आयोजन दोनों में ही अपनी भूमिका निभाते हैं.
बेटे से लेकर पोते तक करते हैं मंचन
खान ने बताया कि उनके दो बेटे और एक पोता है. वह हर साल बहुत उत्साह के साथ नाटक में भाग लेते हैं. उन्होंने कहा कि उनकी आगे की भी पीढ़ी इसमें अपना रोल निभाती रहेंगी. लोग मंचन में बढ़ चढ़कर हिस्सा लेते हैं.
भगवान ने नहीं किया किसी को विभाजित
हिंदू और मुसलमानों द्वारा रामलीला आयोजन को लेकर खान कहते हैं कि उनका भगवान सभी के एक हैं. उन्होंने एकता का आह्वान किया. साथ ही कहा कि भगवान न तो लोगों को हिंदू बनाकर भेजता है और न ही मुलसमान बनाता है. यहां लोग खुद विभाजित होते हैं. भाई होने के नाते सब एक होते हैं. हमें इसमें बढ़ चढ़कर हिस्सा लेना चाहते हैं.
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