डीएनए हिंदी: सनातन धर्म में अन्य पूर्णिमा की तरह माघ पूर्णिमा (Magh Purnima 2023) का भी विशेष महत्व है. धार्मिक मान्यताओं के अनुसार माघी पूर्णिमा के दिन गंगा स्नान (Ganga Snan) व दान करना बेहद शुभ माना जाता है (Magh Purnima Snan Daan). कहा जाता है कि इस दिन दान-पुण्य करने से व्यक्ति की सभी मनोकामनाएं पूरी हो जाती हैं. इस दिन भगवान विष्णु (Lord Vishnu Puja) और माता लक्ष्मी की पूजा की जाती है. इसके अलावा इस दिन माता लक्ष्मी को प्रसन्न करने के लिए पलाश के फूल के कुछ खास उपायों के बारे में बताया गया.
इन उपायों को करने से देवी लक्ष्मी की कृपा प्राप्त होती है और घर में सुख-समृद्धि का वास होता है. तो आइए जानते हैं पलाश के इन खास उपायों के बारे में.
त्रिदेवों का मिलता है आशीर्वाद
पलाश और पीपल में त्रिदेव यानी ब्रह्मा, विष्णु और महेश का वास होता है. इसलिए माघ पूर्णिमा के दिन पलाश और पीपल के पेड़ की पूजा की जाती है, इससे त्रिदेव का शुभ आशीर्वाद प्राप्त होता है.
यह भी पढे़ं - कब है माघ पूर्णिमा? नोट कर लें शुभ मुहूर्त, पूजा विधि व महत्व
पलाश की लकड़ियों से करें हवन
इस दिन भगवान सत्यनारायण की कथा की जाती है. दिन कथा के बाद पलाश की लकड़ियों से हवन करना चाहिए. ऐसा करने से गृह दोष खत्म होता है और परिवार में सकारात्मक ऊर्जा का संचार होता है.
देवी लक्ष्मी को चढ़ाएं पलाश का ताजा फूल
माघ पूर्णिमा के दिन मध्यरात्रि में देवी लक्ष्मी के समक्ष पलाश का ताजा फूल और एकाक्षी नारियल रखें और फिर अगले दिन सफेद कपड़े में बांधकर धन के स्थान पर रख दें. इससे कभी भी धन की कमी नहीं होती है.
रविवार के दिन करें ये उपाय
इस बार माघ पूर्णिमा रविवार के दिन पड़ रही है, इसलिए इस दिन पालश के पेड़ की जड़ घर लाएं और उसमें एक सूती धागा लपेटकर दाहिने हाथ पर बांध लें. क्योंकि रविवार के दिन ऐसा करने से गंभीर बीमारियों से पीड़ित लोगों को इससे मुक्ति मिलती है.
यह भी पढे़ं - माघ पूर्णिमा पर इस शुभ योग में करें संतान और धन प्राप्ति के उपाय, जल्द पूरी होगी मनोकामना
तिजोरी में ऐसे रखें पलाश के फूल
वास्तु के अनुसार पलाश के फूल को तिजोरी में हल्दी की एक गांठ के साथ रखने से माता लक्ष्मी के आगमन का द्वार खुल जाता है.
घर में लगाएं पलाश का पौधा
घर में अगर पलाश का पौधा पूर्व या उत्तर दिशा में लगाया जाए तो इससे सुख-समृद्धि बनी रहती है और परिवार को कभी आर्थिक संकट का सामना नहीं करना पड़ता है.
(Disclaimer: यहां दी गई जानकारी सामान्य मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है. डीएनए हिंदी इसकी पुष्टि नहीं करता है.)
देश-दुनिया की ताज़ा खबरों Latest News पर अलग नज़रिया, अब हिंदी में Hindi News पढ़ने के लिए फ़ॉलो करें डीएनए हिंदी को गूगल, फ़ेसबुक, ट्विटर और इंस्टाग्राम पर.